‘गटर से निकलकर नाले में गिरे कन्हैया कुमार’ बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कसा तंज
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कन्हैया कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि, अगर कोई गटल से निकलकर नाले में गिर जाता है को उससे सिर्फ सहानुभूति जताई जा सकती है.
BIG Statement on Kanhaiya Kumar: छात्र नेता से नेता बने कन्हैया कुमार ने कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (भाकपा) छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है. लेकिन कांग्रेस से जुड़ने के साथ ही बीजेपी कन्हैया कुमार और कांग्रेस पर आरोपो की बौछार कर दी है. इसी कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कन्हैया कुमार को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि, अगर कोई गटल से निकलकर नाले में गिर जाता है को उससे सिर्फ सहानुभूति जताई जा सकती है.
"If someone comes out of the gutter and falls into the drain, then I can only sympathise with him," BJP National General Secy Kailash Vijayvargiya respond to the former CPI leader Kanhaiya Kumar joining the Congress (28.09) pic.twitter.com/lZryf1wamK
— ANI (@ANI) September 29, 2021
कांग्रेस के अंदर भी हो रहा है विरोध: कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी जहां कटाक्ष कर रही है, वहीं कांग्रेस के अंदरखाने में भी दबी जुबान में विरोध के सुर सुनाई पड़ने लगे है. कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने ट्वीट कर पार्टी को सतर्क किया. मनीष तिवारी ने एक और ट्वीट में कहा कि, कुछ कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में आने की अटकलें चल रही हैं.
इधर, कन्हैया के कांग्रेस में शामिल होने के बाद बीजेपी ने जमकर भड़ास न्काली. बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस भारत तेरे टुकड़े होंगे.. वाले कांग्रेस कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी को स्वीकार कर रही है. ये कोई संयोग नहीं है, ये कांग्रेस की आदत है. जो भारत तेरे टुकड़े होंगे जैसे बोल बोलने वालों को पार्टी में शामिल करती है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा है कि जिसने भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा दिया था, अब कांग्रेस उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर रही है.
वहीं, इधर कन्हैया के भाकपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने पर भाकपा पार्टी ने बी प्रतिक्रिया दी है. महासचिव डी.राजा ने कहा है कि,पार्टी ने उन्हें नहीं निकाला, कन्हैया कुमार ने खुद को ही पार्टी से निष्कासित कर दिया है. यहीं नहीं राजा ने आरोप लगया कि कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सच्चे साथी नहीं थे. उन्होंने ये भी कहा कि, कन्हैया के पार्टी में आने से पहले भी भाकपा मौजूद थी और उनके जाने के बाद भी पार्टी बनी रहेगी.
Posted by: Pritish Sahay