क्या कैलाश विजयवर्गीय होंगे मध्य प्रदेश के नये सीएम ? इंदौर-1 से बढ़त बनाई, घर के बाहर जश्न
इंदौर-1 विधानसभा सीट से कांग्रेस ने संजय शुक्ला को मैदान पर उतारा है. संजय शुक्ला की बात करें तो वे धनाढ्य परिवार से ताल्लुक रखते हैं. हालांकि इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय ने बढ़त बना ली है.
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनावों की मतगणना जारी है. रुझानों में इंदौर-1 से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव एवं बीजेपी उम्मीदवार कैलाश विजयवर्गीय आगे हैं. रुझानों से उत्साहित समर्थकों ने उनके घर के बाहर जश्न शुरू कर दिया है. अबतक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक विजयवर्गीय पहले चरण की मतगणना के बाद अपने नजदीकी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस उम्मीदवार और निवर्तमान विधायक संजय शुक्ला पर 4,268 मतों से आगे चल रहे हैं. विजयवर्गीय ने 10 साल के लम्बे अंतराल के बाद चुनाव लड़ा है और उन्हें बीजेपी के खेमे में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में गिना जाता है. विजयवर्गीय के बढ़त बनाने के बाद समर्थकों ने उनके घर के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया और एक-दूसरे को मिठाई बांटते नजर आये.
गौर हो कि मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी के चर्चे जोरों पर होने लगे थे. इस क्रम में बीजेपी के दिग्गज नेता और इंदौर 1 से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के बयान से राजनीति गरम हो गई थी. दरअसल, उन्होंने इशारों इशारों में सीएम पद की दावेदारी पेश कर दी थी. एक कार्यक्रम के दौरान कैलाश विजयवर्गीय कहते नजर आये कि मैं खाली विधायक बनने के लिए नहीं आया हूं, पार्टी कुछ और बड़ी जवाबदारी मुझे देने का मन बना रही है. उन्होंने कहा था कि मैं आपको फिर से विश्वास दिलाता हूं. बीजेपी की सरकार फिर से बनेगी. मैं खाली विधायक बनने नही आया हूं. मुझे और भी कुछ बड़ी जवाबदारी पार्टी देगी. जब बड़ी जवाबदारी बीजेपी की ओर से मुझे दी जाएगी तो बड़ा काम भी करूंगा.
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इंदौर-1 विधानसभा सीट का समीकरण क्या था जानें
इंदौर-1 विधानसभा सीट पर नजर डालें तो यहां 3 लाख 48 हजार मतदाता हैं. इस विधानसभा में 178819 पुरुष मतदाता थे जबकि 169107 महिला मतदाताओं की संख्या थी. विधानसभा क्रमांक-01 पर अधिकांशतः बीजेपी का कब्जा रहा है. इस क्षेत्र की बात करें तो यहां ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. जैन समुदाय के मतदाता भी इस सीट पर हार-जीत में बड़ी भूमिका अदा करते दिखते हैं. 2013 के चुनाव पर नजर डालें तो यहां बीजेपी ने सुदर्शन गुप्ता को मैदान में उतारा था. उन्हें 99558 वोट देकर मतदाताओं ने विजय दर्ज करवाया था. 2013 के चुनाव में निर्दलीय कमलेश खंडेलवाल को 54176 वोटों अंतर से सुदर्शन गुप्ता ने हराया था. वहीं कांग्रेस के दीपू यादव को 37595 मतों से ही संतोष करना पड़ा था.