हुगली जिले श्रीरामपुर के सांसद कल्याण बनर्जी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी मिमिक्री की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मिमिक्री एक आर्ट है. यह समझाने के लिए उन्होंने फिर से मिमिक्री की है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री पार्लियामेंट के अंदर ही मिमिक्री करते हैं, मैंने संसद के बाहर किया है. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की तुलना स्कूल के छोटे बच्चे से करते हुए कल्याण बनर्जी ने दिखाया कि किस तरह से उपराष्ट्रपति ने मामूली से एक आर्ट के लिए देश से लेकर विदेश तक रोया. उल्लेखनीय है कि हाल में श्री बनर्जी धनखड़ की मिमिक्री कर सुर्खियों में आये थे. श्री बनर्जी ने कहा कि जनता 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कुशासन का जवाब देगी. शुभेंदु अधिकारी में यदि हिम्मत है तो श्रीरामपुर से लोकसभा चुनाव लड़ के दिखाएं. उनके जवाब श्रीरामपुर जनता देगी. उन्होंने कहा : यदि 42 को उल्टा कर दिया जाये तो यह 24 हो जाता है. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन हुआ था. अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा था. 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए जोरदार आंदोलन करना पड़ेगा. 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को बंगाल में पांच से ज्यादा सीटें नहीं मिलेंगी.
कल्याण बनर्जी ने कहा- मिमिक्री करना एक आर्ट है
ये बातें श्रीरामपुर बटतला में आयोजित तृणमूल कांग्रेस की एक विरोध सभा में को संबोधित करते हुए श्रीरामपुर के सांसद कल्याण बनर्जी ने कहीं. उन्होंने मिमिक्री करने को आर्ट और मौलिक अधिकार बताया. एक बार करने के बाद जरूरत पड़ी तो हजार बार भी करूंगा. आप मुझे जेल में डाल सकते हैं, आप मुझे मार सकते हैं, लड़ाई नहीं रुकेगी. कल्याण बनर्जी ने श्रीरामपुर में शुभेंदु अधिकारी की सभा के जवाबी बैठक में यह बात कही. उन्होंने कहा कि 13 दिसंबर 2023 महत्वपूर्ण दिन था, क्योंकि 22 साल पहले उसी दिन संसद पर हमला हुआ था. उन्होंने कहा कि नयी संसद का उद्घाटन जबरदस्त हुआ था.
पीएम ने सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया : कल्याण बनर्जी
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री तस्वीरें खिंचवाने और उन्हें पोस्ट करने में व्यस्त रहे. उनका नाम इतिहास में लिखा जाना चाहिए कि इसमें वह व्यस्त रहे. सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया गया. हमारा बयान साफ था कि जो लोग सांसद को सुरक्षा नहीं दे सकते. वे देश को क्या सुरक्षा देंगे. संसद आपके सुपर विजन में बना है, इसका जवाब देना चाहिए. अगर संसद में प्रवेश के लिए पास उन्होंने दी होती, तो उन्हें जेल में डाल दिया जाता. भाजपा के एक सांसद को बचाने के लिए 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया. भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में इससे शर्मनाक बात नहीं हो सकती है. इस अवसर पर श्रीरामपुर के चेयरमैन गिरधारी साहा, रिसड़ा के चेयरमैन विजय सागर मिश्रा, चेयरमैन इन काउंसिल संतोष सिंह, पूर्व चेयरमैन अमिय मुखर्जी सहित कई अन्य गणमान्य उपस्थित थे.