कमल हासन का सवाल : राष्ट्रपति को नई संसद के उद्घाटन समारोह में क्यों नहीं होना चाहिए शामिल?
भारत में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कम से कम 20 विपक्षी दलों ने एक संयुक्त सत्र में उद्घाटन को 'गंभीर अपमान' और लोकतंत्र पर 'सीधा हमला' बताते हुए रविवार के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है.
नई दिल्ली : बॉलीवुड अभिनेता और मयक्कल निधि मय्यम के प्रमुख कमल हासन ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछे हैं कि नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को शामिल क्यों नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गौरव का यह क्षण राजनीतिक रूप से विभाजनकारी हो गया है. मैं अपने प्रधानमंत्री से एक सीधा सा सवाल पूछता चाहता हूं कि वे देश को बताएं कि भारत के राष्ट्रपति को हमारी नई संसद के उद्घाटन में क्यों शामिल नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि मुझे इसका कोई उचित कारण नजर नहीं आता है कि भारत के राष्ट्रपति को देश के संवैधानिक प्रमुख के तौर पर इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा क्यों नहीं बनना चाहिए.
उद्घाटन कार्यक्रम का विपक्ष ने किया बहिष्कार
भारत में नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर राजनीतिक विवाद जारी है. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस समेत कम से कम 20 विपक्षी दलों ने एक संयुक्त सत्र में उद्घाटन को ‘गंभीर अपमान’ और लोकतंत्र पर ‘सीधा हमला’ बताते हुए रविवार के कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा उद्घाटन करने पर आपत्ति जताती रही हैं. हालांकि, सत्तारूढ़ भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने इस आयोजन का बहिष्कार करने वाले विपक्ष को फटकार लगाई, इसे लोकतंत्र के प्रति अपमान करार दिया है.
कमल हासन ने विपक्ष से मतभेद भूलने की अपील की
अभिनेता एवं नेता कमल हासन ने राजनीतिक दलों से अपने मतभेदों को कुछ देर के लिए भुलाकर नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने के फैसले पर पुनर्विचार करने और इसे राष्ट्रीय एकता का अवसर बनाने की अपील की. कमल हासन ने कहा कि भारत के नए घर में उसके परिवार के सभी सदस्यों के रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि वह सहभागी लोकतंत्र में विश्वास करते हैं. इसलिए इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने वाले सभी विपक्षी दलों से फैसले पर पुनर्विचार करने का आह्वान करते हैं. उन्होंने आग्रह किया कि कार्यक्रम पर आपकी कोई भी असहमति सार्वजनिक मंचों के साथ-साथ संसद के दोनों सदनों में भी उठाई जा सकती है.
बांटने की बजाय जोड़ने की हो राजनीति
कमल हासन ने यहां एक बयान में कहा कि राजनीतिक दलों को यह याद रखना चाहिए कि हमें बांटने के बजाय जोड़ने वाला और भी बहुत कुछ है. उन्होंने कहा कि पूरा देश इस कार्यक्रम के लिए उत्सुक है. मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) के अध्यक्ष कमल हासन ने कहा कि दुनिया की निगाहें हम पर हैं. अपने राजनीतिक मतभेद को एक दिन परे रखकर आइए नए संसद भवन के उद्घाटन को राष्ट्रीय एकता का अवसर बनाएं.
नए संसद भवन का उद्घाटन गौरव का क्षण
अभिनेता ने 2021 के विधानसभा चुनावों में कोयंबटूर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष वानती श्रीनिवासन के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत नहीं मिली. उन्होंने कहा कि 28 मई को नए संसद भवन का उद्घाटन पूरे देश के लिए उत्सव का क्षण है और इसने गर्व की भावना का संचार किया है. उन्होंने कहा कि मैं इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए भारत सरकार को बधाई देता हूं. भारत की राष्ट्रपति को आमंत्रित नहीं करने और उद्घाटन कार्यक्रम की योजना में विपक्षी दलों को शामिल नहीं करने पर अपनी असहमति बनाए रखते हुए, राष्ट्रहित में मैं नए संसद भवन के उद्घाटन का जश्न मनाने का विकल्प चुनता हूं.
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गौरव का क्षण विभाजनकारी हो गया
अभिनेता कमल हासन ने कहा कि राष्ट्रीय गौरव का यह क्षण राजनीतिक रूप से विभाजनकारी हो गया है. मैं प्रधानमंत्री से एक सरल प्रश्न पूछता हूं. कृपया देश को बताएं, भारत की राष्ट्रपति को नए संसद भवन के उद्घाटन में क्यों शामिल नहीं होना चाहिए? उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री को सलाह देता हूं कि वे सद्भावना दिखाएं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को आमंत्रित करें. नया संसद भवन कोई साधारण इमारत नहीं है। यह लंबे समय तक भारतीय लोकतंत्र का घर रहेगा. उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से इस चूक को सुधारने का आह्वान करता हूं, जो इतिहास में एक गंभीर त्रुटि के रूप में दर्ज हो जाएगी और यदि सुधार किया गया, तो यह राजनीतिक नेतृत्व में एक मील का पत्थर बन जाएगा.