मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापठक लगातार जारी है. विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाजपा ने 106 विधायकों की राज्यपाल लाल जी टंडन के सामने परेड कराई. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर जम निशाना साधा और कहा कि कमलनाथ जी की सरकार अल्पमत में है, बहुमत खो चुकी है. इसलिए राज्यपाल ने सरकार को आदेश दिया था कि जल्द से जल्द फ्लोर टेस्ट करवाएं. लेकिन मुख्यमंत्री कमल नाथ बच रहे हैं.
इसलिए उनकी सरकार राज्यपाल के आदेश का पालन नहीं कर रही है. ये सरकार रणछोड़ दास बन गई है, इस सरकार को एक क्षण भी पद पर नहीं रहना चाहिए.
पूर्व मुख्यमंत्री ने बहुमत के आंकड़ों पर बात करते हुए कहा कि हमारे पास 106 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 92 विधायक हैं. इससे ये पूरी तरह स्पष्ट होता है कि हमारे पास सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या बल मौजूद है इसलिए हमने ये राज्यपाल से मांग की है कि हमें सरकार बनाने का मौका दिया जाए.
शिवराज सिंह चौहान के निशाने पर खास तौर से कमलनाथ ही रहे. उन्होंने कमलनाथ सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि ये सरकार सिर्फ टाइम काटने का काम कर रही है, क्या इस सरकार को फैसले लेने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री बच्चे नहीं हैं, माहौल उनके लिए नहीं बल्कि प्रदेश के लिए अच्छा है. ये अस्थिर सरकार कोरोना से भी नहीं बच पाएगी.
आपको बता दें कि सोमवार को मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही राज्यपाल लालजी टंडन के अभिभाषण के बाद स्थगित हो गई. अब विधानसभा की कार्यवाही 27 मार्च को शुरू होगी. स्पीकर ने कोरोना का हवाला देते हुए सदन को स्थगित कर दिया.
जबकि कमलनाथ ने भी सवालों का जवाब देते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि हमारे पास संख्या बल नहीं है तो वो अविश्वास प्रस्ताव लाएं.