Kangana Ranaut vs Shiv Sena dispute : बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना के बीच विवाद बढ़ता ही जा रहा है. मुंबई नहीं आने देने की धमकी के बीच कंगना बुधवार दोपहर फिल्म नगरी पहुंची. एयरपोर्ट पर विमान लैंड करने से पहले ही शिवसेना कार्यकर्ता अभिनेत्री का विरोध करने के लिए भारी संख्या में तैयार खड़े थे. एयरपोर्ट पर कंगना के आते ही जमकर नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन किया गया. कंगना के समर्थक करणी सेना और शिवसेना भी आमने-सामने आ गयी. हालांकि विरोध के बीच कंगना सबसे बचते हुए एयरपोर्ट से सीधे अपने घर निकल गयीं.
इधर कंगना के ऑफिस पर बुलडोजर चलवाकर महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार चारों तरफ से घिर चुकी है. इस मामले में अपनों ने भी विरोध में खड़े हो गये हैं. शिवसेना सरकार में सहयोगी पार्टियां भी कंगना के ऑफिस में बीएमसी की तोड़फोड को गलत बताया है. एनसीपी चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) के बाद अब कांग्रेस नेता संजय निरुपम (sanjay nirupam) ने भी बीएमसी के इस ऐक्शन को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया है.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट किया और कहा, कंगना का ऑफिस अवैध था या उसे डिमॉलिश करने का तरीका ? क्योंकि हाई कोर्ट ने कार्रवाई को गलत माना और तत्काल रोक लगा दी. उन्होंने इस कार्रवाई को प्रतिशोध से ओत-प्रोत बताया. राजनीति की उम्र बहुत छोटी होती है. कहीं एक ऑफिस के चक्कर में शिवसेना का डिमॉलिशन न शुरू हो जाए.
इससे पहले शरद पवार ने भी कंगना के कार्यालय पर बुलडोजर चलने को गलत बताया. उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे बेहद गैर-जरूरी ऐक्शन करार दिया. एनसीपी चीफ पवार ने कहा था कि हर कोई जानता है कि मुंबई पुलिस सुरक्षा के लिए काम करती है. सोशल मीडिया पर भी उद्धव ठाकरे सरकार को आलोचनाओं का शिकार होना पड़ रहा है.
दूसरी ओर देवेंद्र फडणवीस ने कंगना के ऑफिस पर तोड़फोड़ को बदले की कार्रवाई बताया, उन्होंने कहा, अपने खिलाफ बोलने वालों को हम रास्ते में रोककर मारेंगे और सरकार के समर्थन से हम ये काम करेंगे, ऐसा महाराष्ट्र के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. जो बात गलत है, उसे गलत कहना ही चाहिए. लेकिन उस बात से महाराष्ट्र का जितना होता है या महाराष्ट्र पुलिस का जितना अपमान होता है, उतना ही अपमान सरकार जिस तरह की कार्रवाई कर रही है उससे महाराष्ट्र का पूरे देश में हो रहा है. अगल गलत निर्माण हुआ है, तो कार्रवाई होना ही चाहिए, लेकिन अगर सबके साथ कार्रवाई होती.
गौरतलब है आज दिनभर कंगना और शिवसेना विवाद पर जमकर ड्रामा चला. सुबह से ही कंगना ने ट्विटर पर महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. कंगना ने मुंबई पहुंचने से पहले सुबह-सुबह ट्वीट किया, रानी लक्ष्मीबाई के साहस,शौर्य और बलिदान को मैंने फिल्म के जरिए जिया है. दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है. मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी ना डरूंगी, ना झुकूंगी. गलत के खिलाफ मुखर होकर आवाज़ उठाती रहूंगी. जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी.
कंगना के मुंबई पहुंचने से पहले बीएमसी ने उनके ऑफिस पर बुलडोजर चलाया. बीएमसी ने कंगना के दफ्तर में अवैध निर्माण का हवाला देकर तोड़फोड़ की है. करीब 2 घंटे तक कंगना के दफ्तर के बाहर और अंदर हथौड़ों और जेसीबी आवाज गूंजती रही. हालांकि कुछ देर के बाद हाई कोर्ट ने बीएमसी की कार्रवाई पर स्टे लगा दिया. इस मामले में अब कल गुरुवार दोपहर 3 बजे हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है.
मुंबई पहुंचने पर कंगना को भारी विरोध का सामना करना पड़ा. शिवसेना समर्थकों ने कंगना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और काला झंडा भी दिखाया. शिवसेना ने कंगना पर आरोप लगाय कि वो डरकर भाग गयीं. वहीं एयरपोर्ट पर कंगना के समर्थन में भारी संख्या में करणी सेना के कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
दूसरी तरफ कंगना के मुंबई पहुंचने पर शिवसेना सांसद संजय राउत से तक प्रतिक्रिया ली गयी, तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया और कहा, इस मामले में वो कुछ नहीं बोलेंगे. हालांकि उन्होंने अपना तेवर दिखाते हुए कहा कि जो लोग हमारी पार्टी को बाबर सेना कह रहे, वो ये जान लें कि हम वही लोग हैं जिन्होंने बाबरी मस्जिद तोड़ी थी. उन्होंने बीएमसी कार्रवाई को सही ठहराया. उन्होंने कहा कंगना के खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई नहीं की गई है. मामला कोर्ट चला गया है इसलिए इस पर कुछ भी बोलना ठीक नहीं होगा.
मुंबई पहुंचते ही कंगना रनौत ने एक वीडियो पोस्ट के जरिये महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर निशाना साधा और बीएमसी की ओर से उनके ऑफिस पर तोड़फोड़ पर नाराजगी जतायी. कंगना ने कहा, उद्धव ठाकरे, तुझे क्या लगता है, तुने फिल्म माफिया से मिलकर मेरा घर तोड़कर मुझसे बहुत बड़ा बदला लिया है. आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा.
Posted By – Arbind Kumar Mishra