जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी शहीद भगत सिंह की जयंती पर कांग्रेस का दामन थामेंगे. बताया जा रहा है कि पार्टी मुख्यालय में राहुल गांधी दोनों को सदस्यता दिलाएंगे. इसको लेकर तैयारी की जा रही है.
कांग्रेस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों ने मीडिया को बकताया कि राहुल गांधी आगामी 28 सितंबर को कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी (Jignesh Mevani) को पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे. पिछले कई दिनों से दोनों को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए हाई कमान स्तर पर बातचीत चल रही थी.
कन्हैया कुमार के भूमिका को लेकर सस्पेंस- बताया जा रहा है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में जिग्नेश मेवाणी को गुजरात में ही बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) के भूमिका पर सस्पेंस कायम है. कन्हैया कुमार 2019 के लोकसभा चुनाव में बिहार के बेगूसराय सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन बीजेपी के गिरिराज सिंह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
बिहार कांग्रेस में हलचल– इधर, कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल किए जाने की खबर सामने आने के बाद बिहार कांग्रेस में हलचल तेज है. बता दें कि बिहार कांग्रेस में भी बड़ा फेरबदल होना है. ऐसे में कन्हैया कुमार के शामिल होने को लेकर अटकलें लगाई जा रही है. बिहार में विधानसभा चुनाव के बाद से ही बिहार कांग्रेस में फेरबदल की आशंकाएं जताई जा रही है.
बताते चलें कि जिग्नेश मेवाणी गुजरात में दलित आंदोलन के दौरान सुर्खियों में आए थे, जिसके बाद उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. कांग्रेस की कोशिश है कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले जिग्नेश मेवाणी को पार्टी में शामिल कराया जाए.
राहुल गांधी का ये है प्लान- पिछले दिनों यूथ कांग्रेस की एक बैठक में राहुल गांधी ने कहा था कि जो लोग भी सरकार के गलत नीतियो के खिलाफ आवाज उठाते हैं, उसे जोड़िए. कांग्रेस उन सभी लोगों को जोड़ने का काम करें, जिन्हें सरकार आवाज उठाने से रोकती है. बताया जा रहा है कि इसी प्लान के तहत पार्टी कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी को शामिल करा रही है.