रे भाई! जहाज डूब रहा है, कश्ती कैसे बचेगी? CPI छोड़ कांग्रेस का दामन थामने के सवाल पर बोले कन्हैया कुमार
Kanhaiya Kumar JNU speech: कन्हैया कुमार ने कहा कि एक सवाल आप पत्रकारों के मन में चल रहा है कि मैंने कांग्रेस क्यों ज्वाईन किया. इस सवाल का जवाब है कि जहाज डूब रहा है, तो फिर कश्ती कैसे बचेगी.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. इस मौके पर सीपीआई छोड़ने के सवाल पर भी कन्हैया कुमार ने बयान दिया है. कन्हैया कुमार ने कहा कि जब देश का बड़ा जहाज ही डूब जाएगा, तो कश्ती कहां से बचेगी.
कांग्रेस मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान कन्हैया कुमार ने कहा कि एक सवाल आप पत्रकारों के मन में चल रहा है कि मैंने कांग्रेस क्यों ज्वाईन किया. इस सवाल का जवाब है कि जहाज डूब रहा है, तो फिर कश्ती कैसे बचेगी. उन्होंने कहा कि जब आपका मोहल्ला जल रहा है, तो बेड रूम को नहीं बचाया जा सकता है.
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कन्हैया कुमार ने कहा कि हम लोग बचपन से पढ़ रहे हैं कि देश को महात्मा गांधी, सरदार पटेल, भगत सिंह और नेहरु ने आजादी दिलाई. लेकिन वीर सावरकर हो गए. उन्होंने पीएम पर अटैक करते हुए कहा कि गोडसे को मानने वाले लोग अमेरिका में गांधी पर लेक्चर देते हैं.
कांग्रेस के कंधों पर जिम्मेदारी अधिक– कांग्रेस में शामिल हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि देश खतरे में है और उसे बचाने की जिम्मेदारी कांग्रेस के ऊपर है. उन्होंने कहा कि इसलिए हमने कांग्रेस ज्वाईन किया है. इस दौरान गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि देश को बचाने की जिम्मेदारी यहां के एक एक लोगों की है. इसलिए हम लोग कांग्रेस में आ गए हैं.
लेफ्ट के भविष्य को लेकर कन्हैया कुमार ने कहा कि संगठन और व्यक्ति अलग अलग चीज है. मैं उसके भविष्य को खत्म नहीं होने की बात कह सकता हूं. उन्होंने कहा कि सीपीआई की लड़ाई धीमी है और इस वक्त उसे बढ़ाने की जरूरत है.