लखनऊ : कुख्यात अपराधी विकास दुबे के गिरफ्तार होने के बाद कई राज पर से पर्दे उठ रहे हैं. एक समय विकास की मां सरला देवी ने कहा था कि पहले उसे पकड़ लो और फिर उसे मार दो. लेकिन अब सरला देवी के बोल बदल गये हैं. उनका कहना है कि मेरा बेटा महाकाल का बड़ा भक्त है. महाकाल ने ही उसकी जान बचायी है. अकाल मृत्यु से बचने के लिए विकास ने अपने हाथों में ऑपरेशन करवाकर दुर्गा कवच डलवाया था.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार विकास दुबे महाकाल का बड़ा भक्त है. उसका ससुराल मध्य प्रदेश में है. वह बराबर मध्य प्रदेश जाता रहता था और वहां उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में पूजा जरूर करता था. वह हर साल सावन के महीने में महाकालेश्वर मंदिर में अपने खर्चे पर भगवान महाकाल का श्रृंगार भी करवाता था. घर में भी वह दो घंटे महाकाल की पूजा करता था.
बता दें कि गुरुवार को कानपुर के बिकरु गांव में 8 पुलिस वालों की हत्या का आरोपी और 5 लाख का इनामी गैंगस्टर विकास दुबे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार हुआ है. विकास ने महंत शोभन सरकार के कहने पर 2003 में अपने हाथ का ऑपरेशन करवाकर जीवनरक्षक दुर्गा कवच को डलवाया था. अब विकास का मां कह रही है कि महाकाल ने ही उसे बचाया है.
विकास की मां सरला देवी ने पत्रकारों से कहा, ‘सरकार जो उचित समझे वह करें, हमारे कहने से कुछ नही होगा. इतनी बड़ी सरकार, इस टाइम वह भाजपा में है नहीं, वह सपा में है इस टाइम.’ जब उनसे खासकर पूछा गया कि उनका बेटा (विकास दुबे) किस पार्टी में है तो उन्होंने साफ-साफ कहा कि वह समाजवादी पार्टी में है. मां से जब पूछा गया कि अब सरकार को क्या करना चाहिए तो उन्होंने कहा, ‘हम क्या जाने क्या करना चाहिए.’
इस बीच सपा के एक प्रवक्ता ने कहा कि ‘विकास पार्टी का सदस्य नहीं है और उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए.’ प्रवक्ता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार मांग कर रहे है कि विकास दुबे के टेलीफोन की कॉल रिकार्ड (सीडीआर) निकालकर जनता के सामने लानी चाहिए. मुठभेड़ में मारे गये डीएसपी देवेंद्र मिश्रा के एक करीबी रिश्तेदार ने दावा किया है कि ‘यह पूरी तरह सुनियोजित आत्मसमर्पण है, ताकि उसे मारे जाने से बचाया जा सके.’
उन्होंने कहा, ‘यह गिरफ्तारी पूरी योजना बनाकर की गयी है. विकास दुबे 12 घंटे पहले फरीदाबाद में था और केवल 12 घंटे में उज्जैन के महाकाल मंदिर पहुंच गया. पुलिस गिरफ्तार करने गयी, तो वह अपने साथ मीडिया को लेकर गयी. आप लोगों ने इस तरह से कितनी गिरफ्तारियां देखी है?’ उन्होंने दावा किया, ‘यह गिरफ्तारी नहीं है, बल्कि उसे मौत से बचाया गया है. यह आत्ममर्पण पूरी तरह से सुनियोजित है.’
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.