लकनऊ : कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों की मौत का जिम्मेदार कुख्यात अपराधी विकास दुबे की तलाश जारी है. शुक्रवार को कानपुर के बिकरू गांव में एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों के शहादत की घटना के बाद पूरे देश में वकास दुबे को लेकर रोष है. वहीं, विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा है मैं तो कहती हूं पकड़ लो और फिर एनकाउंटर कर दो.
He should surrender himself before police. If he continues to remain at large, police may kill him in encounter. I say kill him even if you (police) manage to catch him because what he has done is very wrong: Sarla Devi,mother of Vikas Dubey, main accused in Kanpur encounter case pic.twitter.com/oiuxpcgC33
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 3, 2020
न्यूज एजेन्सी ANI से बात करते हुए विकास दुबे की मां सरला देवी ने कहा कि अच्छा होगा अगर वो खुद सरेंडर कर दे. धोखे से भागता रहा तो पुलिस उसे एनकाउंटर में मार देगी. मैं तो कहती हूं पकड़ लो और फिर एनकाउंटर कर दो. उसने बहुत बुरा किया है.
बता दें कि कानपुर में शुक्रवार सुबह हिस्ट्रीशीटर विकास को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने गोलियां बरसा दीं जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि कई घायल हुए हैं. पुलिस की टीम सुबह हत्या के प्रयास के केस में शातिर विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी.
बता दें कि घटना के बाद शुक्रवार रात तीन बजे से पुलिस की टीमें हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे की तलाश में जुटी हैं. इसी बीच, सुबह सूचना मिली कि विकरू गांव से दो किमी की दूरी पर कुछ बदमाश छिपे हैं. पुलिस टीम ने घेराबंदी की, लेकिन पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग कर दी. आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में विकास दुबे का मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और उसका साथी अतुल दुबे ढेर हो गया है. हालांकि, इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए. पुलिस के लूटे असलहे भी बरामद किये. बदमाशों के तीन और साथी थे, वे फरार हो गये. उनकी तलाश में शिवली एरिया में पुलिस टीम लगायी गयी है.
पुलिस की एक दर्जन टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कानपुर में ‘कर्तव्य पथ’ पर अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले आठ पुलिसकर्मियों को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. शहीद पुलिसर्मियों ने जिस अपरिमित साहस व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन किया, उत्तर प्रदेश कभी भूलेगा नहीं. उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जायेगा.