Loading election data...

कहीं दिल्ली बार्डर न बन जाए करनाल का जिला सचिवालय, अधिकारियों से वार्ता विफल, मांग पर अड़े किसान

किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो उनका आंदोलन जारी रहेगा. इधर, कितानों की मांग को लेकर सरकार के रुख भी कड़े हैं. अबतक की बातचीत विफल रही है. ऐसे में इस बात का डर है कि, करनाल का मिली सचिवालय कहीं दिल्ली बार्डर न बन जाये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 9, 2021 8:01 AM
an image
  • करनाल में किसानों का प्रदर्शन जारी

  • अपनी मांग पर अड़े हैं किसान

  • अब तक बातचीत रहा बेनतीजा

Farmer Protest at Karnal: हरियाणा के करनाल में मिनी सचिवालय के बाहर किसानों का प्रदर्शन जारी है. बीते तीन दिनों से किसान धरने पर डटे हैं. उन्होंने अपना इरादा भी जाहिर कर दिया है. किसानों का कहना है कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो उनका आंदोलन जारी रहेगा. इधर, कितानों की मांग को लेकर सरकार के रुख भी कड़े हैं. दो बार की बातचीत विफल रही है. ऐसे में इस बात का डर है कि, करनाल का मिली सचिवालय कहीं दिल्ली बार्डर न बन जाये.

विफल रही बातचीत: इससे पहले बुधवार को किसानों और जिले के अधिकारियों के बीच एक और दौर की वार्ता विफल रही है. जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने साफ कर दिया कि जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. बता दें, करनाल में किसानों के एक समूह पर पिछले महीने पुलिस को लाठीचार्ज करने का आदेश देने वाले आइएएस अधिकारी आयुष सिन्हा के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर किसान अड़े हुए है.

अपनी मांग पर अड़े हैं किसान: सुबह प्रदर्शनकारी घटनास्थल पर चाय बनाते हुए और नाश्ता देते हुए दिखायी दिये. किसानों के महापड़ाव से जिले की सबसे महत्वपूर्ण जगह जाम हो गयी है. सचिवालय के अंदर 40 विभागों के कार्यालयों के अलावा सेक्टर-12 के 20 से ज्यादा बैंक, 15 से ज्यादा बीमा कंपनियों और 30 से ज्यादा अन्य निजी कार्यालय, इसी रोड पर स्थित हैं. यहां हजारों लोग कामकाज के लिए आते हैं.

Also Read: धर्मेंद्र प्रधान, प्रह्लाद जोशी समेत इन्हें मिली कमान, 5 राज्यों में होनेवाले चुनाव को लेकर बीजेपी ने कसी कमर

सरकारी और गैर सरकारी कामकाज हो सकते हैं प्रभावित: ऐसे में लोगों को डर है कि अगर किसानों ने सेक्टर-12 रोड को लंबे समय तक के लिए बंद रखा, तो इससे लोगों का न केवल सरकारी बल्कि गैर सरकारी कामकाज भी प्रभावित होगा. इधर, प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस जवानों को करनाल के दो गुरुद्वारों निर्मल कुटिया और डेरा कारसेवा से लंगर पहुंचाया गया. सरकार ने करनाल में इंटरनेट सेवाओं पर लगायी गयी रोक बढ़ा दी है.

Also Read: तालिबान ने विरोध पर लगाई पाबंदी, प्रदर्शन से पहले लेनी होगी इजाजत, नारों के लिए भी देना होगा जवाब

Posted by: Pritish Sahay

Exit mobile version