Karnataka कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को कांग्रेसी विधायक आरएसएस (RSS) विरोधी नारे लगाने लगे. जिस पर विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने भड़क उठे और कांग्रेसी विधायकों की जमकर क्लास लगाई. विधानसभा अध्यक्ष हेगड़े कागेरी ने कहा कि सदन में इस तरह के नारे नहीं लगाने दिए जाएंगे, क्योंकि इनका सदन की कार्यवाही से कोई लेना-देना ही नहीं है. हेगड़े ने कहा कि आरएसएस एक राष्ट्रवादी संगठन है, जो देश को मजबूत बनाने के लिए हिंदू समाज को संगठित करने में शामिल है.
दरअसल, सोमवार को कांग्रेस के विधायक सदन में आरएसएस विरोधी नारे लगा रहे थे. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष (Vishweshwar Hegde Kageri) भड़क उठे. विधानसभा अध्यक्ष हेगड़े ने कहा कि देश में हिंदू समाज को संगठित करने के प्रयासों में शामिल आरएसएस से हाथ मिलाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि आप विधानसभा में आरएसएस विरोधी नारे लगा रहे हैं, जिसका आपके राजनीतिक प्रवचन से कोई लेना-देना नहीं है. इस तरह के नारे लगाने के लिए विधानसभा का इस्तेमाल नहीं करने देंगे.
RSS a nationalist org involved in organizing Hindu society to make country strong; should join hands with RSS in its efforts. You're shouting anti-RSS slogans in Assembly that has no relevance to your political discourse. Won't allow using Assembly to shout such slogans: Speaker pic.twitter.com/GrBjDwoiaz
— ANI (@ANI) February 22, 2022
बता दें कि कर्नाटक विधानसभा में सोमवार को लगातार चौथे दिन कांग्रेस सदस्यों का हंगामा जारी रहा. कांग्रेसी सदस्य राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के.एस. ईश्वरप्पा के राष्ट्र ध्वज पर कथित बयान के लिए उन्हें बर्खास्त करने और मंत्री के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद कांग्रेस सदस्य आसन के सामने आ गए और ईश्वरप्पा के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. हंगामे के बावजूद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रश्नकाल जारी रखा. हालांकि, कांग्रेस के किसी विधायक ने इसमें हिस्सा नहीं लिया.
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने हाल में कहा था कि भविष्य में कभी भगवा ध्वज राष्ट्रीय ध्वज बन सकता है और तब इसे लाल किले पर फहराया जा सकता है. हालांकि, बाद में उन्होंने कहा था कि अभी तिरंगा ही राष्ट्रीय ध्वज है और सभी को इसका सम्मान करना चाहिए.