Loading election data...

Karnataka: बीजेपी नेता ईश्वरप्पा बोले- RSS का झंडा किसी दिन राष्ट्रीय ध्वज बन जाएगा, इसमें कोई शक नहीं

Karnataka: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विवादित नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का झंडा किसी दिन राष्ट्रीय ध्वज बन जाएगा, इसमें कोई शक नहीं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 30, 2022 4:50 PM

Karnataka: कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विवादित नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का झंडा किसी दिन राष्ट्रीय ध्वज बन जाएगा, इसमें कोई शक नहीं. बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने कहा कि भगवा के प्रति सम्मान की शुरुआत आज से नहीं हुई है, बल्कि हजारों साल से इसका सम्मान किया जाता रहा है. उन्होंने कहा कि भगवा झंडा बलिदान की निशानी है.

तिरंगा का सम्मान करते रहेंगे

कर्नाटक सरकार में पूर्व मंत्री रहे केएस ईश्वरप्पा ने आगे कहा कि त्याग की भावना को सामने लाने के लिए आरएसएस भगवा ध्वज को सामने रखकर पूजा करता है. उन्होंने कहा कि संविधान के अनुसार, तिरंगा राष्ट्र ध्वज है और हम इसे जो सम्मान देते हैं वह देते रहेंगे. ईश्वरप्पा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा साथ ही कहा कि मुसलमानों को यह समझना चाहिए कि वे भारत में पैदा हुए हैं, यहां का अन्न खा रहे हैं, यहां की नदियों का पानी पी रहे हैं और यहां की बहने वाली हवाओं में सांस लेकर जी रहे हैं, इसलिए अगर वो भारत माता की जय और वंदे मातरम का नारा लगाते हैं तो मुझे बहुत खुशी होगी. आखिर वो भी भारतीय नागरिक ही हैं.


ईश्वरप्पा का विवादों से रहा है पुराना नेता

इसके अलावे, ईश्वरप्पा ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि आजादी के 75 साल पूरे होने के बाद पता चल रहा है कि मस्जिद में शिवलिंग है. अब इस बात को कहा जा रहा है कि मथुरा में कृष्ण मंदिर को गिराकर मस्जिद निर्माण किया गया है. इससे पहले हाल ही में कर्नाटक के पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता केएस ईश्वरप्पा ने एक बड़े दावे में कहा कि 36 हजार मंदिरों को नष्ट कर दिया गया और उनके स्थान पर मस्जिदों का निर्माण किया गया. उन्होंने इन सभी 36,000 मंदिरों को हिंदुओं को दोबारा हासिल करने का स्पष्ट आह्वान किया.

Also Read: Sidhu Moose Wala: भगवंत मान ने की न्यायिक आयोग बनाने की घोषणा, मीनाक्षी लेखी बोलीं- हत्या कुशासन का नतीजा

Next Article

Exit mobile version