चुनाव में हार के बाद बदले जा सकते हैं कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष, प्रह्लाद जोशी ने दिए संकेत
दक्षिण कन्नड़ से तीन बार लोकसभा सदस्य रह चुके नलिन कुमार कतील को अगस्त 2019 में तीन साल के कार्यकाल के लिए कर्नाटक भाजपा इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था. विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें पिछले साल सेवा विस्तार दिया गया था.
बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को इस बात संकेत दिए हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संकेत दिया है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी की हार के बाद कर्नाटक भाजपा के अध्यक्ष नलिन कुमार कतील को बदला जा सकता है. उन्होंने कहा कि नलिन कुमार कतील पहले ही तीन साल का अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं.
अगस्त 2019 में प्रदेश अध्यक्ष बने थे कतील
समाचार एजेंसी भाषा की एक रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कन्नड़ से तीन बार लोकसभा सदस्य रह चुके नलिन कुमार कतील को अगस्त 2019 में तीन साल के कार्यकाल के लिए कर्नाटक भाजपा इकाई का प्रमुख नियुक्त किया गया था. विधानसभा चुनावों के मद्देनजर उन्हें पिछले साल सेवा विस्तार दिया गया था. पिछले 10 मई को हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से बेदखल कर दिया. कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस को 135 सीटें मिलीं, जबकि भाजपा को 66 और जनता दल सेक्युलर को 19 सीटें मिलीं.
विधानसभा में प्रतिपक्ष का नेता कौन
रिपोर्ट के अनुसार, धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य और केंद्रीय संसदीय कार्य, कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में भाजपा विधायक दल से चर्चा के बाद यह फैसला किया जाएगा कि विधानसभा में विपक्ष का नेता कौन होगा. उन्होंने कहा कि मैं सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि उनका (कतील का) तीन साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है. विधानसभा चुनाव के मद्देनजर हमारे राष्ट्रीय नेताओं ने उन्हें जिम्मेदारी दी थी. हमारे नेता आगे का फैसला करेंगे.
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हार का आत्ममंथन करेगी भाजपा
विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद भाजपा के अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पार्टी आत्ममंथन करेगी. उन्होंने कहा कि हम पहले ही कह चुके हैं कि यह भाजपा के लिए सबसे निराशाजनक परिणाम है. चुनाव में इस तरह के घटनाक्रम होते रहते हैं. हमें कारण का पता लगाना होगा. उन्होंने कहा कि न तो उन्होंने और न ही पार्टी ने विधानसभा चुनाव में मिली हार को हल्के में लिया है. इसके बजाय, परिणाम को एक चुनौती के रूप में लिया गया है. हम लोकसभा चुनाव के लिए कमर कस रहे हैं और हम जीतेंगे.