बेंगलुरु : मणिपाल विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर द्वारा छात्र को ‘कसाब’ कहे जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में कर्नाटक के शिक्षा मंत्री बीसी नागेश ने भी संबंधित प्रोफेसर को नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि करीब हर रोज रावण और शकुनि जैसे शब्दों का इस्तेमाल होता है. यहां तक कि हम कई बार विधानसभा में भी इस तरह की बातें कर चुके हैं. यह कोई मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा कि लेकिन जब आप ‘कसाब’ के बारे में बोलते हैं, तो यह एक मुद्दा बन जाता है. उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक को ऐसा नहीं कहना चाहिए था. इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अब इसे सिर्फ वोट बैंक का मुद्दा बनाने के लिए सियासत की जा रही है.
दरअसल, कर्नाटक के बेंगलुरु में मणिपाल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के एक प्रोफेसर ने क्लास में एक मुस्लिम छात्र को ‘आतंकी’ कह दिया. इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया. घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें छात्र को आतंकी कहकर संबोधित करने के बाद उस छात्र और प्रोफेसर में 45 सेकंड तक तीखी बहस होती दिखाई दे रही है. इस वीडियो के वायरल होने के बाद मणिपाल विश्वविद्यालय सवालों के घेरे में आ गया. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन प्रोफेसर के खिलाफ कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण भी दिया है.
सोशल मीडिया पर वायरल वायरल वीडियो में क्लास के दौरान जब प्रोफेसर ने एक छात्र को ‘कसाब’ कहा, तो छात्र को यह नागवार गुजरा और उसने उनके साथ बहस शुरू कर दी. वीडियो में छात्र को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि मुस्लिम होने के नाते और हर रोज इसका सामना करना अजीब नहीं है. जब शिक्षक ने जवाब दिया कि छात्र उनके बेटे की तरह है, तो उन्होंने कहा कि नहीं, अगर एक पिता ऐसा कहता है, तो यह उस पर है. यह मजाकिया नहीं है. क्या आप अपने बेटे से इस तरह बात करेंगे? क्या आप उसे आतंकी कहेंगे? आप इतने लोगों के सामने मुझे ऐसा कैसे कह सकते हैं? यह एक समाज है, आप प्रोफेशनल हैं और आप पढ़ा रहे हैं. आप ऐसा कैसे कर सकते हैं? आप मुझसे ऐसा कैसे कह सकते हैं?
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वायरल वीडियो में प्रोफेसर सफाई देते नजर आ रहे हैं कि उन्होंने यह बात मजाकिया अंदाज में यह कही. इस पर छात्र ने जवाब दिया कि 26/11 मजाक नहीं है. इस देश में एक मुसलमान होने के नाते और यह सब हर रोज सामना करना मजेदार नहीं है, सर. आप मेरे धर्म के बारे में अपमानजनक तरीके से मजाक नहीं कर सकते. इसी वीडियो में प्रोफेसर को छात्र से माफी मांगते हुए भी देखा जा सकता है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से संबंधित प्रोफेसर को निलंबित कर दिया गया. इसके बाद कर्नाटक के शिक्षा मंत्री का बयान सामने आया है.