Karnataka Election 2023: ‘लिंगायत मुख्यमंत्री’ पर फंस जाएगी भाजपा ? सीएम बसवराज बोम्मई ने कह दी ये बात
karnataka election 2023 : दोनों भाजपा नेताओं के भाजपा छोड़ने के बाद कांग्रेस भाजपा पर लिंगायतों के साथ ‘अन्याय’ करने और उसके ‘लिंगायत विरोधी’ होने के आरोप लगा रही है. जानें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने क्या कहा
karnataka election 2023: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिंगायत नेताओं ने सत्तारूढ़ पार्टी को ‘लिंगायत विरोधी’ करार देने के कांग्रेस के दावे का जवाब देने के लिए चुनावी राज्य कर्नाटक में ‘लिंगायत मुख्यमंत्री’ अभियान शुरू करने की वकालत की है. इस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि लिंगायत मुख्यमंत्री पर भाजपा द्वारा कोई निर्णय फिलहाल नहीं लिया गया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा द्वारा बुलाई गयी बैठक राज्य में राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए थी.
‘लिंगायत’ मामले पर मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मीडिया से बात की और कहा कि कर्नाटक में मौजूदा राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने के लिए पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में आयोजित लिंगायत नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में लिंगायत मुख्यमंत्री के संबंध में कोई निर्णय नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं ने कांग्रेस नेताओं द्वारा किए जा रहे दुष्प्रचार का जवाब देने और लिंगायत मुख्यमंत्री मामले को लेकर भी सुझाव दिये हैं.
आबादी का लगभग 17 प्रतिशत है लिंगायत समुदाय
यहां चर्चा कर दें के कर्नाटक में राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लिंगायत समुदाय राज्य की आबादी का लगभग 17 प्रतिशत है. इस समुदाय के ज्यादातर लोग राज्य के उत्तरी हिस्सों में हैं. भाजपा इन्हें अपने मजबूत समर्थक वर्ग के रूप में देखती है. वरिष्ठ लिंगायत नेता जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोड़ दी और कांग्रेस का दामन थाम लिया है.
भाजपा पर ‘लिंगायत विरोधी’ होने का आरोप
दोनों भाजपा नेताओं के भाजपा छोड़ने के बाद कांग्रेस भाजपा पर लिंगायतों के साथ ‘अन्याय’ करने और उसके ‘लिंगायत विरोधी’ होने के आरोप लगा रही है. इसके मद्देनजर, सत्तारूढ़ पार्टी नुकसान से भरपाई की कोशिशों में जुट गयी है. भाजपा के लिंगायत नेताओं ने बुधवार शाम कर्नाटक भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा के आवास पर एक बैठक की. इस बैठक में कांग्रेस के विमर्श का मुकाबला करने के लिए यह सुझाव सामने आया कि भाजपा को लिंगायत समुदाय के नेता को अगले मुख्यमंत्री के रूप में पेश करना चाहिए और मजबूती से यह अभियान चलाना चाहिए कि उसके सत्ता में आने की स्थिति में अगला मुख्यमंत्री लिंगायत समुदाय का ही होगा.
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कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही है ‘भ्रामक सूचना’
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए पुष्टि की कि बैठक में ‘कुछ मुद्दों’ पर कांग्रेस द्वारा फैलाई जा रही ‘भ्रामक सूचनाओं’ का दृढ़ता से मुकाबला करने का निर्णय लिया गया. उन्होंने कहा कि कुछ सुझाव भी आए हैं (लिंगायत मुख्यमंत्री को लेकर)। धर्मेंद्र प्रधान (केंद्रीय मंत्री जो भाजपा के कर्नाटक चुनाव प्रभारी हैं) भी वहां थे. उन्होंने (प्रधान ने) कहा कि वह (लिंगायत-मुख्यमंत्री की जरूरत पर) हमारी भावनाओं से आलाकमान को अवगत कराएंगे. जब एक पत्रकार ने फिर से पूछा कि कांग्रेस भाजपा को ‘लिंगायत विरोधी’ बता रही है, तो मुख्यमंत्री ने उल्टा उसी से पूछ डाला कि ‘आप इस मुद्दे को जीवित रखना चाहते हैं?’’
भाषा इनपुट के साथ