Karnataka Election 2023 : कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने ‘दलित मुख्यमंत्री’ की बहस छेड़ दी है. शिवकुमार ने मुख्यमंत्री पद की दौड़ में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का नाम आगे बढ़ाया है, जिसके बाद कांग्रेस के अंदर ‘दलित मुख्यमंत्री’ को लेकर चर्चा तेज हो गयी है. शिवकुमार ने खरगे का नाम उस समय आगे बढ़ाया है, जब कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्धरमैया और उनके बीच सीधी प्रतिद्वंद्विता दिख रही है.
पार्टी के भीतर कुछ लोगों का मानना है कि शिवकुमार ने ‘दलित मुख्यमंत्री’ की बहस छेड़ कर सीएम पद के लिए सिद्धरमैया की संभावना को कुंद करने के प्रयास किया हैं. शिवकुमार ने शनिवार को कहा था कि अगर विस चुनाव के बाद पार्टी के मल्लिकार्जुन खरगे राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं, तो वह उनके अधीन काम करने के लिए तैयार हैं.
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि खरगे 1999, 2004 और 2013 में मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सफल नहीं हो पाये थे. अब उनके राज्य की राजनीति में लौटने की संभावना बहुत कम है. खरगे काग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर (उन्हें) बड़ी भूमिका निभानी है. कर्नाटक में कभी कोई दलित मुख्यमंत्री नहीं रहा.
लिंगायत व वोक्कालिगा- 27%
दलित- 19.5%
अनुसूचित जनजाति- 7%
मुस्लिम- 14%
ईसाई- 2%
ओबीसी- 16%
कोरबा समुदाय- 7%
ब्राह्मण- 2%
अन्य- 4.5%
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बोम्मईकर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने सोमवार को कहा कि राज्य में 10 मई को होने जा रहे विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा की पहली सूची मंगलवार या बुधवार को जारी की जायेगी. कहा कि उम्मीदवारों की पहली सूची सोमवार की शाम जारी होने की संभावना थी, लेकिन इस पर और अधिक चर्चा की जानी है.
भाषा इनपुट के साथ