कर्नाटक विधासभा चुनाव 10 मई को होने वाले हैं. चुनावों के नतीजों भी 13 मई को जारी कर दिए जाएंगे. चुनावों के इस दौर में राज्य में राजनीति काफी गर्म हो गयी है. सभी राजनीतिक दल तैयारियों में जुट गए हैं. चुनावों को ध्यान में रखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने भी राज्य में उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए आज दिनभर मंथन किया है. इस बैठक में भाजपा के कई बड़े नेता मौजूद रहे. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अमित शाह अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गए. बता दें उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए पार्टी ने कल भी बैठक का आयोजन किया था.
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेताओं ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने के लिए आज दिनभर मंथन किया. इस मंथन में हाल ही में भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक में सामने आए सुझावों को शामिल किया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, उनके पूर्ववर्ती बी एस येदियुरप्पा और राज्य के अन्य नेताओं ने इन बैठकों में हिस्सा लिया. शाह बाद में अरुणाचल प्रदेश के लिए रवाना हो गए, जबकि अन्य नेताओं ने विचार-विमर्श जारी रखा.
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बसवराज बोम्मई ने कल सीईसी की बैठक के बाद कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुछ निर्देश दिए हैं. मुख्यमंत्री ने आज संवाददाताओं से कहा कि पार्टी विभिन्न जानकारियों के अनुसार काम कर रही है. हालांकि, उन्होंने निर्देशों या इनपुट की प्रकृति के बारे में विस्तार से नहीं बताया. नड्डा के आवास पर एक बैठक में भाग लेने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए येदियुरप्पा ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि वह उम्मीदवार चयन प्रक्रिया से नाखुश हैं. उन्होंने इसके विपरीत पार्टी नेतृत्व की प्रशंसा की.
पार्टी के एक वर्ग का कहना है कि विभिन्न सीट के लिए येदियुरप्पा की राय कुछ अन्य वरिष्ठ नेताओं से अलग है. येदियुरप्पा ने कहा कि 224 सदस्यीय विधानसभा के वास्ते 10 मई को होने वाले चुनाव के लिए करीब 170 से 180 उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द आने की उम्मीद है. चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया 13 अप्रैल से शुरू होने का जिक्र करते हुए पार्टी के एक नेता ने कहा कि उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करने की कोई जल्दबाजी नहीं है और भाजपा नामों की घोषणा करने से पहले विभिन्न समीकरणों का विश्लेषण करेगी.
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गुजरात में डेयरी सहकारी संस्था अमूल के प्रवेश को लेकर विपक्षी कांग्रेस और जद (एस) द्वारा सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला किए जाने के बीच बोम्मई ने उन पर चुनाव के समय में इस मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने पत्रकारों से चर्चा में कहा- नंदिनी एक जबरदस्त ब्रांड है. हमारे सत्ता में आने के बाद इसकी खरीद और बाजार दोनों ही दोगुना हुए हैं. कर्नाटक मिल्क फेडरेशन (केएमएफ) कर्नाटक राज्य की सहकारी संस्था है, जो नंदिनी ब्रांड के नाम से दूध,दही, घी, मक्खन, आइसक्रीम, चॉकलेट, मैसूर पाक, नंदिनी पेड़ा समेत अन्य मिठाइयां, चाकलेट और ब्रेड तक बेचती है. (भाषा इनपुट के साथ)