karnataka elections 2023 : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. हर पार्टी प्रदेश में जीत का दावा कर रही है. इस बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव से पूर्व कांग्रेस के सर्वेक्षणों को खारिज किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा आसानी से बहुमत हासिल करेगी.
बोम्मई ने पीटीआई-भाषा से एक साक्षात्कार में कहा कि जगदीश शेट्टर के जाने से भाजपा के लिए लिंगायत समुदाय का समर्थन प्रभावित नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनावी वाद-विवाद को ‘बेहद निचले स्तर’ पर ले गयी है. आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष के एक विवादित बयान के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है. प्रदेश की कुल 225 विधानसभा सीटों में से 224 सीटों पर 10 मई को मतदान होगा जबकि 13 मई को वोटिंग के बाद कर्नाटक में नयी सरकार के गठन का रास्ता साफ हो जाएगा.
इधर बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता जगदीश शेट्टार ने कहा कि चुनाव घोषणापत्र में कई बिंदु हैं, हम इस मुद्दे को क्यों सीमित करें. किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है राज्य सरकार के पास नहीं. वीरप्पा मोइली ने स्पष्ट किया कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही नहीं है.
चुनाव घोषणापत्र में कई बिंदु हैं, हम इस मुद्दे को क्यों सीमित करें। किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने का अधिकार केंद्र सरकार के पास है राज्य सरकार के पास नहीं। वीरप्पा मोइली ने स्पष्ट किया कि बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का कोई सवाल ही नहीं है: बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के बारे में… pic.twitter.com/3ni9pBcG7A
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 5, 2023
इधर कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने भले ही बजरंग दल से जुड़े मुद्दे को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक दी हो, लेकिन कांग्रेस का मानना है कि उसकी ओर से दी गई पांच ‘गारंटी’ ही उसकी जीत का मार्ग प्रशस्त कर सकती है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के जारी होने के बाद एक सर्वेक्षण कराया है जिससे पता चलता है कि सिर्फ सात प्रतिशत मतदाता ही बजरंग दल से जुड़े मुद्दे से अवगत हैं.
Also Read: Karnataka में कांग्रेस के घोषणापत्र पर बवाल, BJP, VHP और बजरंग दल ने हनुमान चालीसा का पाठ कर जताया विरोध
कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि वह बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों के खिलाफ प्रतिबंध लगाएगी. कांग्रेस से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि कर्नाटक के सिर्फ सात प्रतिशत मतदाता ही बजरंग दल से जुड़े मुद्दे से अवगत है. इनमें भी 10 प्रतिशत से कम लोग ही इसी चुनाव का मुद्दा मानते हैं. सूत्रों के अनुसार, जिन लोगों को सर्वेक्षण का हिस्सा बनाया गया उनमें ज्यादातर भारतीय जनता पार्टी के मतदाता थे तथा भारतीय जनता पार्टी के विरोधी मतदाताओं की गोलबंदी इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस के पक्ष में बहुत अधिक है.
भाषा इनपुट के साथ