कर्नाटक: कोलार और वरुणा दोनों सीट से चुनाव लड़ेंगे सिद्धारमैया, इस बार ‘खेला’ कर पाएगी कांग्रेस!
Karnataka Assembly Elections 2023: कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस ने 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी. इस सूची में पूर्व सीए सिद्धारमैया को उनकी वरुणा सीट से मैदान में उतारा गया है. इसी के साथ, सिद्धारमैया के कोलार सीट से भी चुनाव लड़ने की खबरें सामने आ रही हैं.
Karnataka Assembly Elections 2023: कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए पूरी तैयारी में जुटी है. इसी कड़ी में पार्टी ने शनिवार को कर्नाटक में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए 124 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है. इस सूची में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को उनकी वरुणा सीट से मैदान में उतारा गया है. इसी के साथ, कर्नाटक के पूर्व सीएम सिद्धारमैया के कोलार सीट से भी चुनाव लड़ने की खबरें सामने आ रही हैं.
सिद्धारमैया ने कोलार से चुनाव लड़ने की जताई थी इच्छा
बताते चलें कि सिद्धारमैया ने साल 2008 में वरुणा सीट से चुनाव लड़ा था. यहां से वे साल 2018 तक विधायक रहे. 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने बादामी और चामुंडेश्वरी से चुनाव लड़ा था. बादामी में वो 2000 से कम वोटों से जीते वहीं चामुंडेश्वरी में उन्हें हार नसीब हुई. शनिवार को उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद सिद्धारमैया ने कहा कि मैंने कोलार और वरुणा दोनों सीटों से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है, अब हाईकमान को इस फैसला करना है. अगर हाईकमान राजी होता है तो मैं दोनों सीटों से चुनाव लड़ूंगा.
अर्ध-शहरी सीट कोलार में कांग्रेस कमजोर
अर्ध-शहरी सीट कोलार की 40 फीसदी से ज्यादा आबादी शहरी है. कर्नाटक राज्य बनने के बाद अब तक 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं, लेकिन कांग्रेस को सिर्फ 5 बार ही इस सीट पर जीत मिली है. पिछले चार दशको में कमोबेश ये गैर-कांग्रेसी सीट रही है. 1983 के बाद से कांग्रेस इस सीट पर केवल दो बार जीती है. साल 2018 के विधानसभा चुनाव में JDS के श्रीनिवास गौड़ा ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 24 फीसदी से अधिक मतों से हराया था. साल 2008 और 2013 में निर्दलीय विधायस आर वरथुर प्रकाश ने ये सीट जीती थी. पिछले 30 सालों में कांग्रेस सिर्फ 2004 में ही ये सीट जीत पाई.
2023 के बाद चुनाव नहीं लड़ेंगे सिद्धारमैया
उल्लेखनीय है कि सिद्धारमैया ने जनवरी में घोषणा की थी कि वह कोलार से चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा था कि यह पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी पर निर्भर करेगा. इसके साथ ही उन्होंने घोषणा की थी कि 2023 का विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव होगा. सिद्धारमैया ने यह भी स्पष्ट किया था कि वो मैसूरू में अपने पूर्व निर्वाचन क्षेत्र चामुंडेश्वरी से चुनाव नहीं लड़ेंगे.