कर्नाटक में हनुमान ध्वज उतारने पर बवाल, तनाव के बाद पुलिस ने BJP-JDS कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया

ध्वज उतारे जाने के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल सेक्युलर (जद-एस) और बजरंग दल के सदस्यों के साथ-साथ गांव और उसके आसपास के लोगों के एकत्र होने पर, एहतियातन बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा.

By ArbindKumar Mishra | January 28, 2024 7:56 PM
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कर्नाटक में मांड्या जिले के केरागोडु गांव में रविवार को उस समय तनाव पैदा हो गया, जब अधिकारियों ने 108 फुट ऊंचे स्तंभ से हनुमान ध्वज उतार दिया. इस घटना के बाद राज्य में सरकार और विपक्ष के बीच राजनीतिक विवाद शरू हो गया है.

क्या है मामला

दरअसल कर्नाटक पुलिस बल ने मांड्या जिले के ग्राम पंचायत बोर्ड द्वारा केरागोडु गांव में 108 फुट ऊंचे ध्वजस्तंभ पर फहराए गए हनुमान ध्वज को उतार दिया. जिसका बीजेपी और जेडीएस ने विरोध किया. इधर प्रदर्शन कर रहे भाजपा-जेडीएस कार्यकर्ताओं को कर्नाटक पुलिस बल ने हिरासत में लिया.

पुलिस ने किया बल प्रयोग

ध्वज उतारे जाने के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जनता दल सेक्युलर (जद-एस) और बजरंग दल के सदस्यों के साथ-साथ गांव और उसके आसपास के लोगों के एकत्र होने पर, एहतियातन बड़ी संख्या में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा. घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने ध्वज स्तंभ पर हनुमान ध्वज की जगह राष्ट्रीय ध्वज लगा दिया.


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भगवा झंडा फहराने पर कुछ लोगों ने किया विरोध

ध्वज स्तंभ पर हनुमान की तस्वीर वाला भगवा झंडा फहराया गया, जिसका कुछ लोगों ने विरोध किया और प्रशासन से शिकायत की। इसपर कार्रवाई करते हुए, तालुक पंचायत कार्यकारी अधिकारी ने ग्राम पंचायत अधिकारियों को ध्वज हटाने का निर्देश दिया.

पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प

बड़ी संख्या में महिलाओं सहित कई ग्रामीणों ने ध्वज को हटाने का पुरजोर विरोध किया. ध्वज स्तंभ हटाए जाने की आशंका से कुछ कार्यकर्ता और ग्रामीण शनिवार आधी रात के बाद से ही वहां मौजूद थे. ध्वज को उतारने के बाद रविवार सुबह तनाव बढ़ गया और पुलिस और प्रदर्शनकारी ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई. प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अड़े रहे और ध्वज स्तंभ के आधार पर एक छोटे भगवा झंडे के साथ भगवान राम के चित्र वाला एक फ्लेक्स बोर्ड लगा दिया. पुलिस ने उस झंडे को हटाने की कोशिश की तो उसे विरोध का सामाना करना पड़ा और प्रदर्शनकारियों ने ‘जय श्री राम, जय हनुमान’ के नारे लगाए.

प्रदर्शन पर क्या बोले मुख्यमंत्री सिद्धरमैया

मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बजाय भगवा ध्वज फहराया गया था. यह ठीक नहीं है. मैंने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए कहा है. मांड्या जिले के प्रभारी मंत्री एन चेलुवरयास्वामी ने स्पष्ट किया कि ध्वज स्तंभ का स्थान पंचायत के अधिकार क्षेत्र में आता है और राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अनुमति ली गई थी. उन्होंने बताया कि गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था लेकिन उस शाम इसे दूसरे ध्वज से बदल दिया गया.

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