बेंगलुरु में देखते ही देखते जमींदोज हुआ बहुमंजिला इमारत, जानें क्यों ध्वस्त करनी पड़ी बिल्डिंग

Karnataka News बेंगलुरु में बारिश के कारण एक महीने में कई इमारतों को नुकसान पहुंचने की शिकायतें सामने आई है. एक ऐसा ही मामला बेंगलुरु में मंगलवार देर रात सामने आया. वृषभावती नगर वार्ड में शंकर नाग बस स्टैंड के निकट एक बहुमंजिला इमारत लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 13, 2021 6:22 PM
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Karnataka News बेंगलुरु में बारिश के कारण एक महीने में कई इमारतों को नुकसान पहुंचने की शिकायतें सामने आई है. एक ऐसा ही मामला बेंगलुरु में मंगलवार देर रात सामने आया. वृषभावती नगर वार्ड में शंकर नाग बस स्टैंड के निकट एक बहुमंजिला इमारत लगातार बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गया था. भारी बारिश के कारण इसकी नींव के बह जाने के बाद भी इमारत टिकी हुई थी. बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने आज इस इमारत को ध्वस्त कर दिया.

न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस बहुमंजिला इमारत के जमींदोज होते हुए एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियों में इमारत देखते ही देखते ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिरता हुए दिख रहा है. वहीं, मीडिया रिपोर्ट में ध्वस्त करने से पहले इस इमारत में रहने वाले सभी परिवार को बाहर निकाल लिया गया था. इससे पहले बीबीएमपी के अधिकारियों ने कहा था कि इमारत कभी भी गिर सकती है या उन्हें आसपास के भवनों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इसे सुरक्षित रूप से नीचे खींचना होगा.

अधिकारियों ने बिल्डिंग के झुक जाने के पीछे भारी बारिश और बिल्डिंग की कमजोर नींव को बताया है. बता दें कि रविवार और सोमवार को बेंगलुरु में भारी बारिश हुई थी, जिससे शहर भर में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई थी। शहर के कई इलाकों में जलजमाव देखा गया था. उल्लेखनीय है कि बेंगलुरु में पिछले कुछ दिनों में इमारतों के झुकने और गिरने की कई ऐसी घटनाएं हुई हैं. बीते हफ्ते कस्तूरी नगर में बेंगलुरु एक पांच मंजिला आवासीय इमारत ढह गई थी. हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था.

इमारत के झुक जाने के बाद इसमें रहने वाले लोगों और पड़ोसियों ने तत्काल यह जानकारी बृह्त बेंगलुरु महानगर पालिका को सूचना दी थी. जिसके बाद इमारत को खाली कर दिया गया था. इससे पहले 27 सितंबर को लक्कासंद्रा में एक पुरानी इमारत गिर गई थी. बेंगलुरु के नगर आयुक्त ने कमजोर इमारतों के गिरने के खतरे को देखते हुए कहा है कि एक समिति बनाए जाएगी, जो ऐसी बिल्डिंगों की पहचान करेंगी.

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