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कर्नाटक: बीजेपी सांसद का हिंदुओं की घर वापसी का ऐलान, कहा- मंदिर-मठ सालाना टारगेट बनाएं

बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने दूसरे धर्मों में गए लोगों की हिंदू धर्म में वापसी का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि मंदिर और मठों को सालाना टारगेट निर्धारित करना चाहिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 27, 2021 12:27 PM

कर्नाटक (Karnataka) के बेंगलुरु से बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या हिंदू धर्म पर दिए अपने एक बयान के बाद विवादों में हैं. दरअसल उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वीडियो उडुपी के श्री कृष्ण मठ में 25 दिसंबर को एक कार्यक्रम के दौरान दिए भाषण का है. जिसमें बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) कहते नजर आ रहे हैं कि हिंदुओं के पास अब एक ही रास्ता है कि कि वे धर्म छोड़कर गए सभी लोगों की घर वापसी करें. उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने अपनी मातृ धर्म छोड़ दिया है, उन्हें वापस लाया जाना चाहिए.. मेरा अनुरोध है कि हर मंदिर, मठ में इसके लिए वार्षिक लक्ष्य निर्धारित करें.

तेजस्वी सूर्या कहते नजर आ रहे हैं कि धमकी या लालच देकर, हिंदू को उसके मूल धर्म से निकाल दिया गया है. इस विसंगति को दूर करने का केवल एक ही रास्ता है. उन्होंने आगे कहा कि सामाजिक-राजनीतिक, आर्थिक वजहों से लोग हिंदू धर्म से बाहर चले गए. उन्हें पूरी तरह से उनके मातृ धर्म यानी हिंदू धर्म में लाया जाना चाहिए. वहीं, अपने इस वीडियों को उन्होंने ट्वीट किया और लिखा कि सदियों से विदेशी आक्रमणकारियों द्वारा शासित रहा भारत अब विश्वगुरु के रुप में फिर से उभर रहा है.


मंदिरों और मठों सालाना टारगेट करें निर्धारित

वहीं, बीजेपी सांसद ने धार्मिक मठों और मंदिरों को सालाना टारगेट तय करने की बात करते हुए कहा कि धार्मिक मठों को दूसरे धर्मों में गए हिंदुओं की वापसी की पहल करनी चाहिए. इसे लेकर सालाना टारगेट निर्धारित करना चाहिए. जिनकों हिंदू धर्म में वापस लाना है.

पाकिस्तानियों की भी करें घर वापसी

तेजस्वी सूर्या ने पाकिस्तान को लेकर कहा कि हमने इस देश में राम मंदिर बनवाया है. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया है. हमें पाकिस्तान के मुसलमानों को हिंदू धर्म में लाना चाहिए. हमें घर वापसी को प्राथमिकता देनी होगी. उन्होंने कहा कि अखंड भारत के विचार में पाकिस्तान में शामिल है.

बता दें कि कर्नाटक में पिछले दिनों विधानसभा में बड़े गतिरोध के बावजूद धर्मांतरण विरोधी विधेयक को पारित किया गया था. इसके ठीक दो दिन बाद तेजस्वी सूर्या का ये बयान आया है.

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