Karnataka Curfew: सावरकर-टीपू सुल्तान पोस्टर पर बवाल, कर्नाटक के शिवमोग्गा में धारा 144 लागू
शिवमोग्गा पुलिस ने बताया, शिवमोग्गा में टीपू सुल्तान के समर्थकों के एक समूह ने शहर के अमीर अहमद सर्कल में टीपू सुल्तान के बैनर लगाने के लिए वीडी सावरकर के बैनर को हटाने की कोशिश की. जिसके बाद सीआरपीसी की धारा 144 लागू की.
कर्नाटक के शिवमोग्गा में टीपू सुल्तान और वीडी सावरकर के पोस्टर को लेकर बवाल शुरू हो चुका है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शहर के अमीर अहमद सर्कल में कुछ लोगों ने वीडी सावरकर का पोस्टर हटाकर टीपू सुल्तान का बैनर लगाने की कोशिश की. जिसके बाद वहां तनाव की स्थिति बन गयी.
शिवमोग्गा में धारा 144 लागू
टीपू सुल्तान और वीडी सावरकर के पोस्टर को लेकर जारी विवाद के बाद शिवमोग्गा में धारा 144 लागू कर दिया गया है. शिवमोग्गा पुलिस ने बताया, शिवमोग्गा में टीपू सुल्तान के समर्थकों के एक समूह ने शहर के अमीर अहमद सर्कल में टीपू सुल्तान के बैनर लगाने के लिए वीडी सावरकर के बैनर को हटाने की कोशिश की. जिसके बाद सीआरपीसी की धारा 144 लागू की.
Shivamogga, Karnataka | Section 144 of the CrPC imposed after a group of Tipu Sultan followers tried to remove banners of VD Savarkar to install Tipu Sultan's banners in the Ameer Ahmad circle of the city. pic.twitter.com/rwyHdtnX1k
— ANI (@ANI) August 15, 2022
स्थिति अब भी तनावपूर्ण
बताया जा रहा है कि कर्नाटक के शिवमोग्गा में अब भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. दोनों पक्षों के बीच विवाद को शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा.
मेंगलुरु नगर निगम ने एसडीपीआई की शिकायतों पर सावरकर का बैनर हटाया
इधर मेंगलुरु के सुरतकल चौराहे का नाम हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकार के नाम पर रखने वाले एक बैनर को हटा दिया गया है. सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ताओं ने इस बैनर पर आपत्ति जतायी थी. एसडीपीआई की सुरतकल इकाई ने बैनर पर आपत्ति जतायी और इसे पुलिस के संज्ञान में लेकर आयी. निगम आयुक्त अक्षय श्रीधर ने बैनर को हटाने के आदेश दिए थे जिसके बाद बैनर हटा दिया गया. मेंगलुरु शहर के नगर निगम ने इससे पहले मेंगलुरु उत्तर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक वाई भारत शेट्टी के अनुरोध पर इस चौराहे का नाम सावरकर के नाम पर रखने का प्रस्ताव मंजूर कर लिया था. नगर निगम सावरकर के नाम पर इसका आधिकारिक नामकरण किए जाने के लिए सरकार की अनुमति का इंतजार कर रहा है.