कर्नाटक में सियासी तस्वीर को साफ करते हुए कांग्रेस ने ऐलान किया कि कर्नाटक की सत्ता का ताज सिद्धारमैया(Siddaramaiah) के सिर पर सजेगा. जबकि प्रदेश पार्टी अध्यक्ष डीके शिवकुमार नयी सरकार में उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. बेंगलुरू में 20 मई को शपथ ग्रहण का आयोजन होगा.
2024 लोकसभा चुनाव तक कर्नाटक अध्यक्ष पद भी संभालेंगे शिवकुमार
कई दिनों तक चली अनिश्चितता पर विराम लगाते हुए पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आज यह घोषणा की. उन्होंने यह भी कहा कि शिवकुमार उपमुख्यमंत्री होने के साथ अगले लोकसभा चुनाव तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर भी बने रहेंगे.
20 मई को सिद्धारमैया की होगी ताजपोशी
कांग्रेस के कर्नाटक मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 20 मई को बेंगलुरु में शपथग्रहण होगा. वेणुगोपाल के मुताबिक, सिद्धारमैया और शिवकुमार के साथ कई और मंत्री भी शपथ लेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि कि शपथ ग्रहण समारोह में समान विचारधारा वाले दलों के नेताओं को आमंत्रित किया जा रहा है.
सिद्धरमैया और शिवकुमार कांग्रेस की पूंजी
सिद्धारमैया और शिवकुमार को कर्नाटक में कांग्रेस के लिए बड़ी पूंजी बताते हुए वेणुगोपाल ने कहा कि दोनों की जोड़ी का विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में महत्वपूर्ण योगदान रहा. सत्ता में हिस्सेदारी के फार्मूले से जुड़े सवाल पर वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस के लिए एकमात्र फॉर्मूला यही है कि सत्ता में जनता की साझेदारी सुनिश्चित करना है.
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सिद्धारमैया को औपचारिक रूप से विधायक दल का नेता चुना जाएगा
बेंगलुरु में आज शाम सात बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है जिसमें सिद्धारमैया को औपचारिक रूप से कांग्रेस विधायक दल का नेता चुना जाएगा और फिर राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया जाएगा.
सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद डिप्टी सीएम पद के लिए माने डीक शिवकुमार
बताया जा रहा है कि यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद डीके शिवकुमार डिप्टी सीएम पद के लिए तैयार हुए. बुधवार को दिनभर दिल्ली कांग्रेस में गहमागहमी का दौर जारी रहा. शिवकुमार और सिद्धारमैया की बैठक पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और वरिष्ठ नेताओं केसी वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला के साथ देर रात तक होती रही. फिर सिद्धारमैया और शिवकुमार को इस फॉर्मूले पर राजी किया गया.
कर्नाटक में पिछले तीन दिन से बनी थी मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर संशय
कर्नाटक में पार्टी विधायक दल का नेता चुनने के लिए पिछले तीन दिनों से कांग्रेस में गहन मंथन का दौर जारी था. सिद्धारमैया और डीके शिवकुमार ने बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अलग अलग मुलाकात की थी. फिर बुधवार रात शिवकुमार ने सुरजेवाला के आवास पर मुलाकात की तथा इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष खरगे के आवास पर कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल और सुरजेवाला ने उनसे चर्चा की। वेणुगोपाल के आवास पर फिर से विचार विमर्श का दौर चला.
सिद्धारमैया और शिवकुमार की यह है खासियत
सिद्धारमैया कुरुबा समुदाय से आते हैं और वह मई 2013 से मई 2018 के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. कभी जनता दल और जनता दल (सेक्युलर)का हिस्सा रहे सिद्धरमैया दो बार राज्य के उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। पिछली विधानसभा में वह नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभा रहे थे. जबकि कर्नाटक में कांग्रेस के संकटमोचक कहे जाने वाले शिवकुमार वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं. वह पिछले करीब तीन वर्षों से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे हैं. वह प्रदेश में कांग्रेस की पिछली कुछ सरकारों में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि शिवकुमार को उप मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के साथ ही उन्हें कुछ महत्वपूर्ण विभाग भी सौंपे जा सकते हैं.
कर्नाटक में कांग्रेस ने दर्ज की धमाकेदार जीत
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीटें अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीटें जीतीं.