Karnataka: मुरुगा मठ के संत शिवमूर्ति मुरुघा शरणारू के खिलाफ दायर पोक्सो केस का समर्थन करना और पीड़िता के सपोर्ट करने पर स्टेनली, परशु और मैसूर में ओडानाडी संस्थान के कर्मचारियों को धमकी भरा कॉल मिल रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में संस्थान ने मैसूर पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर सुरक्षा की मांग की है.
बता दें कि कर्नाटक के चित्रदुर्ग का मुरुगा मठ विवादों से घिर गया है. इस लिंगायत मठ के प्रमुख संत शिवमूर्ति मुरुगा यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे हैं. शिवमूर्ति चित्रदुर्ग में इस प्रसिद्ध मुरुगा मठ के खास पुजारी हैं. मठ में उनका विशेष सम्मान है. हालांकि, उनपर लगे यौन शोषण के आरोपों के बाद मठ विवादों के घेरे में आ गया है. शिवमूर्ति पर मठ द्वारा चलाए जा रहे इंस्टीट्यूशन में नाबालिग छात्राओं से यौन शोषण करने का आरोप है. यौन उत्पीडन की बात तब सामने आई, जब इंस्टीट्यूशन की दो नाबालिग छात्राओं ने पुलिस में इसकी शिकायत की थी. जिसके बाद मैसूर पुलिस ने शिवमूर्ति मुरुगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली. मुरुगा पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण यानी पॉस्को एक्ट की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है.
Threatening call received by Stanley,Parashu & staff of Odanadi Institute in Mysore who supported the girl behind POCSO case filed against Murugha Mutt seer Shivamurthy Murugha Sharanaru.
Institute writes letter to Mysore Police Commissioner seeking security, personal protection
— ANI (@ANI) September 3, 2022
मठ द्वारा चलाए जा रहे इस स्कूल में पढ़ने वाली दो छात्राओं ने मैसूर में एक गैर सरकारी संगठन (NGO) ओडानाडी सेवा संस्थान से संपर्त किया था. ये ट्रस्ट तस्करी और यौन उत्पीडन की पीड़िता महिलाओं और बच्चों के बचाव, पुनर्वास और सशक्तिकरण के लिए कार्य करती है. नाबालिगों ने अपने साथ हुई दरिंदगी की आपबीती सुनाई, जिसके बाद यह मामला जिला बाल कल्याण समिति के संज्ञान में लाया गया.
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