कार्ति चिदंबरम के करीबी को सीबीआई ने किया गिरफ्तार, जानें किस केस में हुई कार्रवाई
कार्ति चिदंबरम: जांच एजेंसी सीबीआई के अनुसार, कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता पी. चिदंबरम के केंद्रीय गृह मंत्री रहने के दौरान 50 लाख रुपये के एवज में चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया था.
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कल देर रात पूछताछ के बाद वीजा भ्रष्टाचार मामले में कांग्रेस नेता कार्ति पी चिदंबरम के करीबी सहयोगी एस. भास्कर रमन को गिरफ्तार कर लिया. न्यूज एजेंसी एएनआई ने सीबीआई सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. इससे पहले कांग्रेस ने पार्टी के नेता पी. चिदंबरम के बचाव में उतरते हुए मंगलवार को कहा कि 11 वर्ष पुराने मामले में उनके और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम के खिलाफ सीबीआई के छापे ‘‘गलत” हैं तथा इसका लक्ष्य ‘‘महंगाई एवं बेरोजगारी” के मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाना है.
CBI has arrested S Bhaskar Raman, a close associate of Congress leader Karti P Chidambaram in an ongoing visa corruption case following questioning late last night: CBI sources
— ANI (@ANI) May 18, 2022
पी. चिदंबरम का कांग्रेस ने किया बचाव
कांग्रेस ने पी. चिदंबरम का बचाव करते हुए कहा कि वह एक राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं, जिनकी देश के प्रति प्रतिबद्धता पर सवाल खड़ा नहीं किया जा सकता. खबरों की मानें तो सीबीआई ने एक बिजली कंपनी के लिए 250 चीनी नागरिकों को वीजा प्राप्त करने में सहायता करने के 11 साल पुराने एक आरोप की जांच को लेकर लोकसभा सदस्य कार्ति चिदंबरम के खिलाफ एक नया मामला दर्ज किया है.
Also Read: कार्ति के ठिकानों पर सीबीआई की छापेमारी, पी चिदंबरम का दावा – प्राथमिकी में मेरा नाम नहीं
कार्ति पर क्या है आरोप
जांच एजेंसी सीबीआई के अनुसार, कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने अपने पिता पी. चिदंबरम के केंद्रीय गृह मंत्री रहने के दौरान 50 लाख रुपये के एवज में चीनी नागरिकों को वीजा दिलवाया था. सीबीआई ने पी चिदंबरम और उनके पुत्र कार्ति के चेन्नई और दिल्ली स्थित आवास सहित विभिन्न शहरों में 10 स्थानों पर तलाशी भी ली.
अजय माकन ने क्या कहा
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कि छापे गलत हैं. कांग्रेस पार्टी चिदंबरम के साथ खड़ी है. यह (छापेमारी) बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है. माकन ने कहा कि यह मुद्दा करीब 12 साल बाद उठाया जा रहा है और चिदंबरम ने छापेमारी के ‘समय’ पर भी सवाल उठाया है.
पी चिदंबरम ने क्या कहा
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने एक बयान में कहा कि सीबीआई के एक दल ने उनके चेन्नई स्थित घर और दिल्ली स्थित आधिकारिक आवास पर छापेमारी की. उन्होंने कहा कि सीबीआई के दल ने मुझे एक प्राथमिकी दिखाई, जिसमें मेरा नाम आरोपी के तौर पर दर्ज नहीं था. छापेमारी में कुछ नहीं मिला और कुछ भी जब्त नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि मैं इस बात की ओर ध्यान जरूर दिलाना चाहूंगा कि छापेमारी का समय दिलचस्प है. अधिकारियों ने बताया कि चेन्नई और मुंबई में तीन-तीन जगहों के अलावा दिल्ली, कर्नाटक, पंजाब और ओडिशा में एक-एक जगह पर छापेमारी की गई.