नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार के नए मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश के मोहनलालगंज संसदीय क्षेत्र के भाजपा सांसद कौशल किशोर को भी शामिल किया गया है. 7 जुलाई 2021 को सरकार के नए मंत्रिमंडल में उन्हें राज्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि बेटे आयुष किशोर की वजह से इसी साल मार्च महीने के दौरान हाईप्रोफाइल गोली कांड को लेकर सुर्खियों में रहने वाले अपने सांसद कौशल किशोर पर भाजपा आलाकमान में बड़ा भरोसा जताया है. कौशल किशोर के बेटे आयुष किशोर पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी को फंसाने के लिए खुद पर गोली चलवाई थी. हालांकि, फिलहाल यह मामला अदालत में चल रहा है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, मोहनलालगंज के भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष किशोर ने अगस्त 2020 को अंकिता से लव मैरिज किया था. शादी के बाद आयुष अंकिता को एक फार्म हाउस पर रखे हुए था. आरोप है कि आयुष अंकिता को प्रताड़ित करने लगा. बीते दो मार्च को आयुष ने विरोधियों को फंसाने के लिए खुद पर साले आदर्श से गोली चलवाई थी. आदर्श को जेल भेजा गया. राजफाश होने के बाद आयुष ने कई दिन बाद मड़ियांव कोतवाली में आत्मसमर्पण कर दिया था. इसके बाद अंकिता ने आयुष और सांसद परिवार पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था. मामले की न्यायालय में सुनवाई चल रही थी. अंकिता उसी की तारीख पर पेशी पर जा रही थी. यह मामला अब भी अदालत में चल रहा है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मड़ियांव क्षेत्र में 2 मार्च 2021 की देर रात करीब दो बजे मोहनलालगंज क्षेत्र से भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष को गोली मारने की खबर मीडिया में आई थी. इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच में जुटी राजधानी पुलिस ने वारदात के तीन घंटे में ही गोली चलाने वाले आयुष के साले आदर्श को गिरफ्तार कर लिया था. पूछताछ में आदर्श ने कुबूल किया कि कुछ लोगों को फर्जी मुकदमे में फंसाने के लिए आयुष ने खुद पर गोली चलवाई थी.
24 जून 2021 को बहराइच जनपद के हुजूरपुर निवासी अंकिता के पिता आशीष सिंह ने भाजपा सांसद कौशल किशोर के बेटे आयुष किशोर और उसके परिजन पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था. उन्होंने पुलिस कमिश्नर को प्रार्थनापत्र देकर सुरक्षित बरामदगी की मांग की थी. उन्होंने पुलिस से कहा था कि अंकिता और उसके पति आयुष का मामला कोर्ट में चल रहा है. अंकिता बीते 16 जून को जिला सत्र न्यायालय में चल रहे मुकदमे की पेशी में जाने के लिए बहराइच से निकली थी. पेशी के बाद अंकिता को आगरा में रहने वाली बड़ी बहन के घर जाना था. दोपहर बाद जब अंकिता को फोन किया गया, तो मोबाइल स्विच बंद मिला. खोजबीन पर कुछ पता नहीं चला.
बेटे के विवाद पर मोहनलालगंज के भाजपा सांसद कौशल किशोर ने दो टूक बातें कही थी कि आयुष से मेरा कोई लेना-देना नहीं है. न ही मेरा और मेरे परिवार का उससे कोई संपर्क है. अंकिता के परिवार के लोग विकास को साजिश के तहत फंसाना चाहते हैं. इसलिए उस पर यह आरोप लगा रहे हैं.
बुधवार 7 जुलाई 2021 को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर मोदी सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्रिमंडल में फेरबदल किया गया, तो मोहनलालगंज के भाजपा सांसद कौशल किशोर को भी उसमें शामिल किया गया है. मोदी सरकार में उन्हें राज्य मंत्री का पद दिया गया है. राजनीतिक तौर पर यह उम्मीद की जा रही है कि अगले साल मार्च-अप्रैल में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा को अपने सांसद कौशल किशोर की पारसी समुदाय में राजनीतिक पकड़ का फायदा मिल सकता है.