नई दिल्ली: पीएम मोदी के डिग्री विवाद मामले पर जुर्माना लगने एक दिन बाद ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल और हमलावर हो गए हैं. उन्होंने आज एक प्रेस कांफ्रेंस कर पीएम मोदी पर एकबार फिर हमला बोला, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गुजरात हाई कोर्ट का आदेश प्रधानमंत्री की शिक्षा पर कई सवाल खड़े करता है, केजरीवाल ने कहा, “एक अशिक्षित या कम शिक्षित पीएम देश के लिए खतरनाक है.” बताएं की एक दिन पूर्व ही गुजरात हाई कोर्ट ने पीएम मोदी की डिग्री विवरण देने के मामले में केजरिवाल पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया था.
PM Modi के बयान देश को विचलित करते हैं-
▪️नाले की Gas से चाय बनाना
▪️बारिश में Radar से बच जाना
▪️Global Warming नाम की कोई चीज़ नहीं
▪️Canada में a+b x () square कहने की कोशिश कर रहे थेAirforce, वैज्ञानिक, बच्चों ने जब ये बयान सुने तो उन्हें अटपटा लगा
– CM @ArvindKejriwal pic.twitter.com/Lin85igFtp
— AAP (@AamAadmiParty) April 1, 2023
केजरिवाल ने कहा कि, ”किसी का पढ़ा लिखा या अनपढ़ होना कोई गुनाह नहीं है. लेकिन कभी कभी पीएम के बायनों से संदेह होता है. उनका बयान आया कि नाली के गैस से चाय बनाई जा सकती है, बादलों के पीछे हवाई जहाज को रडार नहीं पकड़ सकेगा. पढ़ा-लिखा आदमी ऐसी बात नहीं करेगा. ऐसा लगता है कि उन्हें विज्ञान की कितनी कम जानकारी है. कनाडा में उन्होंने a+b को लेकर जो कहा वो सबने देखा. उन्होंने बच्चों से कहा कि क्लाइमेट चेंज कुछ नहीं है, जबकि यह हकीकत है. वहां बच्चे हंस रहे थे. ऐसे में संदेह होता है कि क्या प्रधानमंत्री पढ़े लिखे हैं?”
अरविंद केजरिवाल ने आगे कहा की ‘देश का प्रधानमंत्री पढ़ा लिखा होना चाहिए, अगर देश का प्रधानमंत्री पढ़ा लिखा होगा तो किसे के कहने पर नोटबंदी नहीं कर देगा, गलत तरीके से जीएसटी लागू नहीं करेगा. उन्होंने कहा की पढ़े लिखे प्रधानमंत्री को कोई बेवकूफ नहीं बना सकता है. प्रधानमंत्री कई मंचों पर खुद चुके हैं की वे कम पढे लिखे हैं .
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हाई कोर्ट के ऑर्डर ने प्रधानमंत्री के शिक्षा को लेकर और संशय बढ़ा दिया है. अगर डिग्री है और सही है तो दिखाई क्यों नहीं जा रही है? कुछ समय पहले अमित शाह ने एक डिग्री दिखाई थी. यह हो सकता है कि अहंकार में नहीं दिखा रहे हों. जनता के मन में दूसरा यह सवाल है कि हो सकता है डिग्री फर्जी हो. अगर प्रधानमंत्री दिल्ली या गुजरात यूनिवर्सिटी से पढ़े तो इन्हें तो सेलिब्रेट करना चाहिए. आज का सवाल यही है कि क्या 21वीं सदी के प्रधानमंत्री को पढ़ा-लिखा नहीं होना चाहिए.
आपको बताएं कि, गुजरात उच्च न्यायालय ने कल गुजरात विश्वविद्यालय को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों के विवरण का खुलासा करने के आदेश को रद्द कर दियाथा, इस पर टिप्पणी करते हुए न्यायमूर्ति वैष्णव ने कहा था, “आरटीआई के माध्यम से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षिक डिग्री प्राप्त करने के लिए अरविंद केजरीवाल का आग्रह, जबकि यह पहले से ही सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध है, केजरीवाल की प्रामाणिकता और मंशा पर संदेह पैदा करता है.