कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से लड़ने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने रणनीति बना ली है. कोरोना संक्रमण का ज्यादा असर बच्चों पर होने की संभावना है इसे देखते हुए केजरीवाल सरकार ने रणनीति तैयार की है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने टास्क फोर्स के गठन का आदेश जारी कर दिया है. टास्क फोर्स दिल्ली में बच्चों को तीसरी लहर से बचाने का काम करेगी. वह संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी नियम, सुविधाओं पर काम करेगी. इस टीम में वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों के साथ अलग-अलग क्षेत्र के विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाना है.
कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में हालात बेकाबू ना हों इसका ध्यान रखते हुए केजरीवाल सरकार ने बेड और ऑक्सीजन को लेकर भी अग्रिम तैयारी कर रही है. जरीवाल सरकार ने अधिकारियों को दिल्ली के अस्पतालों में अधिक से अधिक बेड बढ़ाने और पर्याप्त ऑक्सीजन व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं . ताकि लोगों को अस्पातलों में किसी भी प्रकार की दिक्कत ना आए. केजरीवाल सरकार ने 40 हजार बेड तैयार करने का लक्ष्य रखा है जिसमें से 10 हजार आईसीयू बेड होंगे.
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केजरीवाल सरकार की तरफ से दिल्ली में तेजी से बेड बढ़ाए जा रहे हैं. पिछले डेढ़ माह में चार गुना बेड़ बढ़ाए गए हैं. 1 अप्रैल को दिल्ली के अस्पतालों में 6032 बेड़ थे. लेकिन 19 मई को दिल्ली के अस्पातलों में बेड़ों की संख्या बढ़कर 24289 पर पहुंच गई है. इसके अलावा कोविड केयर सेंटर में 6257 और कोविड हेल्थ सेंटर में 606 बेड हैं. इनमें आईसीयू के 6500 बेड भी शामिल हैं.
केजरीवाल सरकार की तरफ से तेजी से आईसीयू बेड बढ़ाए जा रहे हैं. केजरीलाव सरकार ने 1 हजार आईसीयू बेड तैयार किए हैं. जीटीबी अस्पताल के सामने महज 10 दिन में 500 आईसीयू बेड का अस्पताल बनाया गया है.
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इसी तरह एलएनजेपी अस्पताल के सामने स्थित रामलीला मैदान में 15 दिन के भीतर 500 बेड का आईसीयू अस्पताल बनाया गया है. कोरोना संक्रमण से पूरी तरह निपटने के लिए केजरीवाल सरकार पहले से रणनीति और जिम्मेदारियां तय कर रही है. सरकार अस्पताल में जरूरी सुविधाओं पर विशेष ध्यान दे रही है.