Kerala Elections 2021 PM Modi In Pathanamthitta केरल में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पथनमथिट्टा में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए UDF और LDF पर जमकर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा कि यूडीएफ और एलडीएफ ने केरल में कई पाप किए हैं. उन्होंने कहा कि यूडीएफ और एलडीएफ में इस बात का गर्व और अहंकार है कि वे कभी पराजित नहीं हो सकते हैं और इसने उन्हें जड़ों से काट दिया है.
They (LDF & UDF) promote dynasty politics, there is a craze for dynasty rule in both alliances, everything else is sidelined…The case of a top LDF leader's son is well known, I don't want to elaborate further: PM Modi in Pathanamthitta, Kerala#KeralaElections2021 pic.twitter.com/A4ZlknFTKp
— ANI (@ANI) April 2, 2021
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमला जारी रखते हुए यूडीएफ और एलडीएफ पर वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों गठबंधनों में आगे के राजवंश शासन का क्रेज है. बाकी सब एक मुद्दा है. उन्होंने कहा कि हमने यह भी देखा है कि बड़े नेताओं के बच्चे कैसा व्यवहार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, शीर्ष एलडीएफ नेता के बेटे का मामला सर्वविदित है और उनकी हरकतों को सभी जानते है. इसके अलावा काम करने में आलस्य और वोटबैंक की राजनीति करना प्राथमिकता है. पीएम मोदी ने कहा कि यूडीएफ और एलडीएफ ने केरल में सरकार को लकवा मार दिया है. केरल को उन राजनीतिक परिदृश्यों से मुक्त करने का समय आ गया है.
पीएम मोदी ने कहा कि मेट्रो मैन श्रीधरन जैसे सम्मानित प्रोफेशनल की सक्रिय भूमिका केरल की राजनीति में एक गेम चेंजर रही है. एक व्यक्ति जिसने सालों तक इतना सब हासिल किया हो, जिसने भारत की प्रगति को गति दी हो, उसने समाज की सेवा करने के लिए बीजेपी को चुना. केरल ने इस बार बीजेपी और एनडीए को चुना है. प्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली में बैठकर जो पॉलिटिकल पंडित केरल के चुनाव का विश्लेषण कर रहे हैं, जब तक वो ये दृश्य (जनसभा में जमा भीड़) नहीं देखेंगे उनको समझ नहीं आएगा कि हवा कैसे बदल चुकी है
गौर हो कि केरल के कोन्नी विधानसभा से उम्मीदवार के सुरेंद्रन चुनावी मैदान में हैं. पथनमथिट्टा ही वह जगह है, जहां पर एक ओर सबरीमला तीर्थ हिंदुओं के लिए धर्म स्थल है तो वहीं मार थोमा चर्च इसाइयों के लिए इबादत की जगह है. सांस्कृतिक और पौराणिक लिहाज पथनमथिट्टा पौराणिक तीर्थ स्थल भी है. रामायण काल में जिस पंपा तट पर भक्तिन शबरी का आश्रम था वह पंपा सरोवर आज की पंपा नदी ही कहलाता है. प्राचीन वर्णित ऋष्यमूक पर्वत का रास्ता भी यहां से होकर जाता है.
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