कोरोना वायरस के प्रकोप से देश अभी पूरी तरह से उबर भी नहीं पाया है और केरल में एक अन्य बीमारी ने तबाही मचाकर रख दिया है. स्थिति ऐसी हो गयी है कि केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को अपनी टीम जांच के लिए तैनात करना पड़ा है.
केरल में एवियन इन्फ्लूएंजा का प्रकोप
दरअसल केरल में इस समय एवियन इन्फ्लूएंजा का प्रकोप बढ़ता जा रहा है. जिसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीमारी का जायजा लेने के लिए राज्य में एक उच्च स्तरीय टीम को तैनात किया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम में ये हैं शामिल
स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम प्रकोप की विस्तार से जांच करेगी और सिफारिशों के साथ एक रिपोर्ट पेश करेगी. केरल की सात सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय क्षय रोग और श्वसन रोग संस्थान, नयी दिल्ली; राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र, नयी दिल्ली; राष्ट्रीय महामारी विज्ञान संस्थान, चेन्नई; और अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, नयी दिल्ली के विशेषज्ञ शामिल हैं.
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बत्तखों में एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप, 20 हजार पक्षियों को मारने का चलाया जा रहा अभियान
बयान में कहा गया है कि टीम राज्य द्वारा बताए जा रहे एवियन इन्फ्लूएंजा के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए जन स्वास्थ्य उपायों, प्रबंधन दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल के संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य विभागों की भी सहायता करेगी. केरल के अलाप्पुझा जिले में बत्तखों के बीच एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रकोप की पुष्टि के साथ, अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए हरिपद नगर पालिका के वझुथनम वार्ड में 20,000 से अधिक पक्षियों को मारने के लिए अभियान शुरू किया. भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान में हाल में नमूनों की जांच में संक्रमण की पुष्टि हुई थी.