Nipah Virus निपाह वायरस के मामले पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि जांच के लिए एनआईवी पुणे भेजे गए सभी नमूनों के परिणाम निगेटिव आए हैं. जांच के लिए और नमूने वहां भेजे गए हैं, जिसके परिणामों की प्रतीक्षा है. उन्होंने कहा कि निपाह प्रबंधन के लिए योजना बनाई गई है. साथ ही इलाज और छुट्टी के जरूरी दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
बता दें कि तीन सितंबर को केरल के कोझिकोड के 12 वर्षीय बच्चे की निपाह वायरस के कारण मौत हो गई थी. केरल की स्वास्थ्य मंत्री जार्ज ने बताया कि आठ लोगों के 24 सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. अब और सैंपलों की जांच की जा रही है. वहीं, केरल में कोरोना के बढ़ रहे मामले के बीच केरल सकरार ने रात्रि कर्फ्यू और रविवार को लॉकडाउन का हटाने का फैसला लिया है. केरल के सीएम पिनराई विजयन ने मंगलवार को कोविड 19 समीक्षा बैठक की. जिसमें यह निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने 1 अक्टूबर से स्कूल खोलने का आदेश दिया है.
The results of all samples that were sent to NIV,Pune are negative. More samples have been sent and their results are awaited. Nipah management plan has been put in place, treatment and discharge guidelines have been issued: Kerala CM Pinarayi Vijayan on Nipah virus pic.twitter.com/yIwyf9aI3e
— ANI (@ANI) September 7, 2021
उल्लेखनीय है कि केरल में आज 25,772 नए कोविड 19 मामले सामने आए है. वहीं 27,320 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. जबकि, पिछले 24 घंटे में 189 मौतें हुई हैं. सरकारी आंकड़ों के अनुसार केरल में कोरोना पॉजिटिव के सक्रिय मामले 2,37,045 है और 39,93,877 लोग अब तक कोरोना से ठीक हो चुके हैं. वहीं अब तक प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 21,820 पहुंच चुकी है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सक्रिय मामले अब 2,37,042 हैं. उन्होंने 4 अक्टूबर से उच्च शिक्षण संस्थानों को फिर से खोलने के सरकार के फैसले की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि स्कूलों को फिर से खोलने के संबंध में निर्णय बाद में लिया जाएगा. नए नियम के तहत, तकनीकी और चिकित्सा पाठ्यक्रमों की पेशकश करने वाले पॉलिटेक्निक कॉलेजों और संस्थानों को 4 अक्टूबर से काम करने की अनुमति होगी. वहीं, स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष के छात्रों और शिक्षकों को भी अनुमति दी जाएगी, यदि उन्हें कोविड-19 की कम से कम एक खुराक मिली हो.
Also Read: भारत में महज 13 दिनों में दी गई 10 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन की खुराक, कुल आंकड़ा 70 करोड़ के पार