डराने लगे केरल में कोरोना के आंकड़े, एक दिन में आये 20 हजार से ज्यादा मामले, डेल्टा वेरिएंट अब भी बड़ी चिंता
केरल के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 37,86,797 कोरोना के केस सामने आ चुके हैं. 99 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 19,345 पर पहुंच गयी.
नयी दिल्ली : कोरोना की दूसरी लहर में अब कोरोना के नये मामले कुछ कम जरूर हुए हैं, लेकिन डेल्टा प्लस वेरिएंट के नये मामले अब भी चिंता का मुख्य कारण बना हुआ है. वहीं, केरल में कोरोना के नये मामले फिर से बढ़ने लगे हैं. केरल में शुक्रवार को कोविड-19 के 20,224 नये मामले दर्ज किये गये हैं. यहां एक्टिव मामले बढ़कर 1 लाख 81 हजार के पार चले गये हैं. एक दिन में 99 और लोगों की मौत हो गयी है.
पूरे देश की बात करें तो www.covid19india.org के मुताबिक पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस संक्रमण के 34,288 नये मामले सामने आये हैं. वहीं इस दौरान 376 और लोगों की मौत हो गयी है. हालांकि इसी अवधि में 36,248 लोग कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार को एक दिन में कोरोना के 36,571 नये मामले दर्ज किये गये थे, जो शनिवार की तुलना में ज्यादा हैं.
मंत्रालय के डेटा के अनुसार इस बीमारी से उबरने वाले लोगों की दर 97.54 प्रतिशत हो गयी जो मार्च 2020 के बाद से सबसे अधिक है. शुक्रवार को एक दिन में 540 और लोगों की मौत के बाद यह आंकड़ा बढ़कर 4,33,589 पर पहुंच गया है. एक्टिव मामले कुल मामलों का 1.12 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है. गुरुवार को 18,86,271 नमूनों की जांच की गयी. अब तक कुल 50,26,99,702 नमूनों की जांच की गयी है.
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केरल में 1,81,285 एक्टिव मामले
केरल के स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किये गये आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में अब तक 37,86,797 कोरोना के केस सामने आ चुके हैं. 99 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 19,345 पर पहुंच गयी. पिछले एक दिन में त्रिशूर में सबसे ज्यादा 2,795 नये मरीज सामने आये हैं. इसके बाद एर्नाकुलम में 2707, कोझिकोड में 2705, मलाप्पुरम में 2611 और पलक्कड में कोरोना वायरस संक्रमण के 1528 नये मामले सामने आये. राज्य के विभिन्न जिलों में फिलहाल 4,91,871 लोगों को निगरानी में रखा गया है. इनमें से 26,952 लोग अस्पतालों में हैं.
कोरोना के कारण इस साल भी लोगों के घर नहीं जा सकेंगे ‘महाबली’
केरल की पौराणिक कथाओं के मुताबिक असुर राज महाबली ने हर साल वार्षिक ‘तिरू ओणम’ दिवस पर अपनी प्रजा से मिलने का भगवान विष्णु से वरदान प्राप्त किया था. लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण लगातार दूसरे वर्ष ये पारंपरिक लोक कलाकार वार्षिक ‘तिरू ओणम’ के मौके पर कल (शनिवार) दशकों पुरानी प्रथा को कायम नहीं रख सकेंगे.
उत्तरी केरल के मालाबार क्षेत्र में महाबली वास्तव में ओणम के अवसर पर उसी तरह के वेशभूषा वाले अभिनेताओं के रूप में गांव के प्रत्येक घर में जाते हैं जहां उनका स्वागत पारंपरिक दीपों और अक्षत (चावल) से भरे बर्तनों से किया जाता है. इसके बदले महाबली परिवार के सदस्यों पर आशीर्वाद देते हैं.
Posted By: Amlesh Nandan.