केरल: गैर हिंदू होने की वजह से डांस कलाकार को नहीं दी गई कूडलमानिक्यम मंदिर में परफॉर्म करने की इजाजत
एएनआई से बातचीत के दौरान सौम्या सुकुमारन ने इस बात का दावा किया है कि धार्मिक आधार पर कूडलमानिक्यम मंदिर नृत्य उत्सव में प्रदर्शन करने से उन्हें रोक दिया गया.
Kerala News: केरल के कूडलमानिक्यम मंदिर (Koodalmanikyam temple) में गैर हिंदू होने की वजह से तिरूवनंतपुरम की एक कलाकार सौम्या सुकुमारन को डांस परफॉर्म करने से रोक दिया गया. एएनआई से बातचीत के दौरान सौम्या सुकुमारन ने इस बात का दावा किया है कि धार्मिक आधार पर कूडलमानिक्यम मंदिर नृत्य उत्सव में प्रदर्शन करने से उन्हें रोक दिया गया. सौम्या सुकुमारन ने अपने समुदाय से भी शिकायत होने की बात कही. साथ ही कहा कि कलाकारों का कोई धर्म नहीं होता. ऐसे में धर्म को कला के प्रदर्शन का आधार नहीं बनाना चाहिए.
Art has no religion. Had artists belonged to a religion, all of us would perform only on devotional songs… I have complaints from my community also. I was denied religious services from the church as I performed in temples on a Hindu devotional song: Sawmya Sukumaran, artist pic.twitter.com/dfPn42gqgT
— ANI (@ANI) March 30, 2022
‘मेरे पिता एक हिंदू थे और शादी के बाद ईसाई धर्म में परिवर्तित…’
एएनआई से बातचीत के दौरान सौम्या सुकुमारन ने दावा किया है कि उन्हें धार्मिक आधार पर कूडलमानिक्यम मंदिर नृत्य उत्सव में प्रदर्शन करने से प्रतिबंधित कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उनसे उनके बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा कि मैं एक ईसाई हूं अधिकारियों ने जवाब दिया कि ‘गैर-हिंदू’ वहां प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं. जिसके बाद सौम्या सुकुमारन ने जवाब में कहा,” मेरे पिता एक हिंदू थे और शादी के बाद ईसाई धर्म में परिवर्तित हो गए . सौम्या सुकुमारन से अधिकारियों ने कहा कि अगर आयोजन स्थल मंदिर के बाहर होता, तो कोई समस्या नहीं होती, लेकिन चूंकि यह कार्यक्रम अंदर आयोजित किया जाएगा, यह मुश्किल होगा .
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चर्च से भी हैं शिकायतें
सौम्या सुकुमारन ने अपने समुदाय से भी शिकायतें होने की बात कही. सौम्या ने कहा कि ”कला का कोई धर्म नहीं होता. अगर कलाकार किसी धर्म के होते तो हम सब केवल भक्ति गीतों पर ही परफॉर्म करते. मुझे अपने समुदाय से भी शिकायतें हैं. मुझे चर्च की तरफ से धार्मिक सेवाओं से वंचित कर दिया गया था, क्योंकि मैंने एक हिंदू भक्ति गीत पर मंदिरों में प्रदर्शन किया था.”