केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या के बाद वन अधिकारियों ने एक बाघ को मृत पाया है. बाघ का यह शव वायनाड वन्यजीव अभयारण्य के कुरिचिया रेंज में मिला है. अभी तक तक यह साफ नहीं है कि है कि बाघ की मौत कैसे हुई है. वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच में जुट गए हैं. न्यूज एजेंसी एएनआई ने ये जानकारी दी है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बाघ घायल था और उसके जख्म पर कीड़े लग गए थे. अधिकारियों ने कहा है कि मौत के सही कारणों का पता लगाने के लिए शव को राजाजी टाइगर रिजर्व भेजने के लिए शव से नमूने एकत्र किए गए. कैच न्यूज के मुताबिक, पोस्टमार्टम बुधवार को किया गया और पता चला कि बाघ निमोनिया से प्रभावित हो गया था.
वन अधिकारियों को संदेह है कि यह वही बाघ हो सकता है, जिसकी डेढ माह से तलाश की जा रही थी. हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पायी है कि ये वही बाघ है या नहीं. कैच न्यूज के मुताबिक, एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि बुधवार को मृत पाए गए सात साल के बाघ के मुंह में दो हफ्ते पुरानी चोट के निशान थे. पशु चिकित्सकों का मानना है कि चोट के कारण वह भूख से मर गयी होगा. आगे के परीक्षणों के लिए नमूनों को देहरादून की सेंट्रल केमिकल एनालिटिकल लैब में भेजने का निर्णय लिया गया है.
बता दें कि इससे पहले केरल में कुछ लोगों ने एक गर्भवती हथिनी को पटाखे से भरा अनानास खिला दिया था. जिससे उसकी तड़प-तड़प कर मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर हत्यारों को सजा देने के लेकर पुरजोर आवाज उठी थी.
केंद्र सरकार ने इस मामले की रिपोर्ट राज्य सरकार से मांगी थी. इसके बाद जांच तेज कर इस मामले में तीन आरोपितों की गिरफ्तारी भी हुई. वहीं आरोपियों का कहना है कि उन्होंने पटाखे से भरा अनानास हाथी नहीं बल्कि जंगली सुअर के लिए रखा था.
Posted By: utpal kant