तिरुवनंतपुरम : कोच्चि में एक विशेष अदालत ने केरल सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश, संदीप नायर को आठ दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है. एक दिन पहले ही एनआई ने एक अर्जी दाखिल कर पूछताछ के लिए उन्हें हिरासत में दिये जाने का अनुरोध किया था. अदालत ने आज इसी अर्जी पर सुनवाई के बाद दोनों को आठ दिनों के लिए एनआईए की हिरासत में भेज दिया है. बताया जा रहा है कि आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने से पहले अनिवार्य रूप से उनकी कोविड-19 की जांच करायी गयी.
इन दोनों को एनआईए ने बेंगलुरु में शनिवार को हिरासत में लिया था. इस बीच, जांच के दायरे को बढाते हुए केंद्रीय एजेंसियों ने रविवार को राज्यभर में कई जगहों पर तलाशी अभियान चलाया और सोना तस्करी में कथित तौर पर संलिप्त कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया. एक अधिकारी ने बताया कि विभिन्न स्थलों से एकत्र किये गये सुबूत सोना तस्करी में राज्य के कुछ शक्तिशाली लोगों की भूमिका को स्पष्ट तौर पर दर्शाते हैं.
उन्होंने कहा एकत्र किये गये सुबूतों की सरसरी तौर पर वैज्ञानिक जांच के बाद उन लोगों को पूछताछ के लिए तलब किया जायेगा. इससे पहले, कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य में कई स्थानों पर आरोपियों के खिलाफ प्रदर्शन किये. कांग्रेस और भाजपा ने एलडीएफ सरकार पर प्रहार करते हुए जानना चाहा कि मुख्य आरोपी कैसे राज्य की राजधानी से भाग सकता है जब कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए तिहरा लॉकडाउन लगा हुआ है.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शनिवार को सुरेश और नायर को हिरासत में लिया, जो राजनयिक माध्यम से तिरूवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 30 किलोग्राम सोने की तस्करी के मामले में मुख्य आरोपी है. एनआईए ने सोना तस्करी मामले की जांच को हाथ में लेने के कुछ ही समय में आरोपी स्वप्ना सुरेश समेत अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
कांग्रेस नीत यूनाइडेट डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने राज्य की वाम मोर्चे वाली सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का निर्णय किया है. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से इस्तीफे की मांग करते हुए यूडीएफ ने आरोप लगाया है कि हाल में राजनयिक सामान के जरिए हुई सोने की तस्करी के तार मुख्यमंत्री कार्यालय से जुड़े हैं. यूडीएफ के संयोजक बेनी बेहनन ने कहा कि यूडीएफ ने विधानसभा अध्यक्ष पी श्रीरामकृष्णन के खिलाफ भी प्रस्ताव आगे बढ़ाने और उनका इस्तीफा मांगने का निर्णय लिया है.
बेहनन ने कहा, ‘आज यूडीएफ की बैठक में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव और अध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया गया है. यूडीएफ ने यह काम सदन में विपक्ष के कांग्रेस नेता रमेश चेन्नीथला को सौंपा है.’ उन्होंने कहा कि अध्यक्ष का कथित संबध तस्करी से जुड़े एक आरोपी से है और इसलिए उन्हें पद से हटने की जरूरत है. यूडीएफ संयोजक ने कहा कि वह मुख्यमंत्री का इस्तीफा मांगते हुए अपना विरोध जारी रखेंगे. आरोपी को बचाने का प्रयास अब प्रत्यक्ष तौर पर सामने आ गया है. पूर्व आईटी सचिव जो कि मुख्यमंत्री के सचिव भी रह चुके हैं, उनका एक आरोपी के साथ संपर्क होने का मामला अब बिल्कुल स्पष्ट है.
Posted by: Amlesh Nandan Sinha.