देश अभी कोरोना की मार से बाहर निकला भी नहीं है और अब बर्ड प्लू ने दहशत फैला दिया है. केरल सहित देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के H5N8 स्वरूप (स्ट्रेन) लगातार फैलता जा रहा है. इधर इसको नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में मुर्गों और बत्तखों को मारना शुरू कर दिया गया है. साथ ही अलर्ट जारी कर नमूनों की जांच भी की जा रही है.
इधर बर्ड फ्लू के कारण पोल्ट्री फॉर्म से जुड़े किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. वायरस के भय से भले ही वो अपने मुर्गों और बत्तखों को मार दे रहे हैं, लेकिन उन्हें इससे भारी नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. अब केरल सरकार ने किसानों को राहत देते हुए उन्हें मुआवजा देने की घोषणा कर दी है.
केरल सरकार ने निर्णय लिया है कि दो महीने से अधिक समय के प्रत्येक बर्ड पर किसानों को 200 रुपये और 1 महीने से कम समय के बर्ड पर किसानों को 100 रुपये मुआवजा दिया जाएगा.
देशभर में तेजी से मुर्गे और बतखों को मारा जा रहा
कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैलने के बाद तेजी से मुर्गों और बतखों को मारा जा रहा है. हरियाणा के पंचकूला जिले की फर्म में बीते 10 दिन के दौरान चार लाख से अधिक पोल्ट्री पक्षियों की मौत हो चुकी है. केरल में फ्लू के कारण करीब 1700 बत्तखों की मौत हो गई है.
मध्य प्रदेश इंदौर के रेसीडेंसी क्षेत्र में आठ दिन पहले मृत कौओं में बर्ड फ्लू के एच5एन8 वायरस की पुष्टि होने के बाद अब तक शहर में इसी प्रजाति के 155 पक्षी मरे पाए गए हैं. राजस्थान में झालावाड़ के बाद कोटा और बारां के पक्षियों में भी संक्रमण पाया गया है.
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हिमाचल प्रदेश के पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इलाके में अबतक 2700 प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं. केरल में अलप्पुझा और कोट्टायम में प्रभावित क्षेत्रों के एक किलोमीटर के दायरे में पक्षियों को मारने का अभियान शुरू किया गया.
अकेले करुवत्ता पंचायत क्षेत्र में ही करीब 12,000 पक्षियों को मारा जाएगा. कोट्टायम जिले की प्रभावित नींदूर पंचायत में अब तक करीब 3,000 पक्षियों को मारा जा चुका है. नींदूर के एक बत्तख पालन केंद्र में बर्ड फ्लू के कारण करीब 1,700 बत्तखों की मौत हो गई है.
बर्ड फ्लू के लक्षण वाले मरीजों की खोज
देशभर में बर्ड फ्लू से प्रभावित राज्यों में सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षणों वाले मरीजों को तेजी से खोज की जा रहा है और उनके सैंपल लेकर जांच की जा रही है.