केरल : माकपा नेता पीबी संदीप कुमार की हत्या, शरीर पर चाकू से वार के 11 निशान, मामले की जांच जारी
केरल में माकपा नेता पीबी संदीप कुमार(CPI leader PB Sandeep Kumar ) की हत्या का मामला सामने आया है. उनके शरीर पर चाकू से 11 बार वार किए जाने के निशान मिले हैं. फिलहाल मामले की जांच चल रही है.
केरल के पथानामथिट्टा के तिरुवल्ला इलाके में गुरुवार रात माकपा के स्थानीय नेता पीबी संदीप कुमार(CPI leader PB Sandeep Kumar) की हत्या कर दी. अज्ञात हमलावरों ने चाकू मारकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है. हालांकि अपराधियों का पता अब तक नहीं चल पाया है. इधर माकपा ने संदीप कुमार की हत्या का आरोप आरएसएस पर लगाया है. जिला भाजपा ने बयान जारी कर आरोप को बेबुनियाद बताया है.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार पीबी संदीप कुमार(PB Sandeep Kumar) की हत्या का आरोप लगाते हुए माकपा ने कहा कि “आरएसएस अपराधियों ने हत्या की” वहीं, आरोप को खारिज करते हुए जिला भाजपा ने एक बयान में कहा कि हत्या में भाजपा या आरएसएस की कोई भूमिका नहीं थी.वहीं, सीपीआई ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट साझा करते हुए घटना को दुखद बताया है. राज्य सचिवालय ने मामले की गहन जांच की मांग की है. बता दें कि माकपा नेता संदीप 34 साल के थे. केरल के पेरिंगारा गांव के रहने वाले संदीप कुमार माकपा के स्थानीय सचिव थे.
Kerala: PB Sandeep Kumar, a local leader of CPI (M), was stabbed to death in Thiruvalla area of Pathanamthitta on Thursday night
CPI(M) alleged that Kumar was "murdered by RSS criminals"
District BJP, in a statement, said BJP or RSS had no role in the killing.
Pic – CPI (M) pic.twitter.com/LfzL2RKkwW
— ANI (@ANI) December 3, 2021
वहीं, मामले की जांच कर रही पुलिस ने बताया कि कुमार के शरीर पर चाकू से वार के 11 निशान थे. उनकी मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई थी. वहीं, पुलिस ने बताया कि कुमार ने कथित तौर पर शराब के नशे में आरोपी और एक दुकानदार के बीच उठे विवाद को सुलझाने की कोशिश की. जिसके बाद उनका बाइक से पीछा किया गया और कई बार चाकू से वार कर हत्या को अंजाम दिया गया.
बता दें कि इससे पहले भी आरएसएस कार्यकर्ता की ह्त्या का मामला सामने आया था. इससे पहले केरल के पलक्कड़ में 15 नवंबर को आरएसएस के कार्यकर्ता एस संजीत की भी चाकू घोंपकर हत्या करने का मामला सामने आ चुका है. वो 27 साल के थे. उनकी हत्या 50 से ज्यादा बार चाकू घोंपकर की गई थी. इस मामले में पीएफआई की राजनीति शाखा एसडीपीआई के दो पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था.