केरल के कई इलाकों में भारी बारिश
केरल के एर्नाकुलम और कोट्टायम जिले समेत कई अन्य इलाकों में भारी बारिश के बाद बुधवार को सुबह निचले इलाकों में पानी भर गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोल्लम, तिरुवनंतपुरम, पथनमथिट्टा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम में भारी बारिश का संकेत देते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया है.
तिरुवनंतपुरम : केरल के एर्नाकुलम और कोट्टायम जिले समेत कई अन्य इलाकों में भारी बारिश के बाद बुधवार को सुबह निचले इलाकों में पानी भर गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कोल्लम, तिरुवनंतपुरम, पथनमथिट्टा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम में भारी बारिश का संकेत देते हुए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया है.
यहां कल रात से ही भारी बारिश हो रही है . कोच्चि शहर में जोस जंक्शन, एमजी रोड, पनमपिल्ली नगर समेत कई इलाकों में जलजमाव हो गया है. शहर में केरल राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) के टर्मिनल में भी पानी भर चुका है. पश्चिमी कोच्चि में कई घरों में भी पानी भर चुका है.
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रेलवे सूत्रों ने बताया कि कोट्टायम और चिंगावनम के बीच भूस्खलन के बाद रेल की पटरियों पर मिट्टी और पत्थर गिरने से कोट्टायम और एर्नाकुलम के बीच ट्रेन सेवा प्रभावित है. सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि तिरुवनंतपुरम से वेनाद स्पेशल ट्रेन 06301 चंगानस्सरी रेलवे स्टेशन पर ही रोक दी गई और एर्नाकुलम से चलने वाली इसकी जोड़ी ट्रेन चंगानस्सरी 06302 से रवाना होगी.
दो ओएचई (ओवरहेड इक्विपमेंट) के तार झुकने की वजह से कोट्टायम और चिंगावनम के बीच इलेक्ट्रॉनिक ट्रेनों में बिजली की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. कोट्टायम से होकर गुजरने वाली तिरुवनंतपुरम-कन्नूर जन शताब्दी एक्सप्रेस को अलपुझा से होकर भेजा गया है.
मौसम विभाग के अनुसार, केरल के तटों और उससे दूर हवा की रफ्तार 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है और इसके मद्देनजर मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. केरल में 2018 के अगस्त महीने में पिछले 100 साल में सबसे भयानक बाढ़ से बुरी तरह से तबाही हुई थी और 400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी तथा व्यापक स्तर पर संपत्ति की क्षति हुई थी. वहीं एक साल बाद फिर अगस्त में केरल के उत्तरी हिस्से में बाढ़ आई और 120 से ज्यादा लोगों की मौत हुई.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak