India Australia Test Match: खालिस्तानी समर्थकों के भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच में बाधा डालने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने मध्य प्रदेश से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. जांच के दौरान खुलासा हुआ कि आरोपी सिम बॉक्स तकनीक का इस्तेमाल कर धमकियां दे रहे थे.
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने कहा कि सिटी पुलिस के साइबर क्राइम सेल ने कॉल स्पूफिंग के लिए रीवा में स्थापित एक केंद्र का पता लगाया और वहां से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. उन्हें कथित तौर पर सिख फॉर जस्टिस नाम के एक खालिस्तान समूह द्वारा प्रति माह 2.5 लाख रुपये का भुगतान किया गया था. बताते चलें कि स्टेडियम में पीएम मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष एंथनी अल्बनीज की मौजूदगी में भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट मैच से पहले बड़े पैमाने पर संदेश जारी किए गए थे. आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के सतना के रहने वाले राहुल कुमार और नरेंद्र कुशवाहा के रूप में हुई है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए दो लोगों ने एक सिम बॉक्स लगाया है, जो अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय के रूप में प्रस्तुत करता है और सिम कार्ड को ब्लॉक करना मुश्किल बनाता है. हार्डवेयर का यह टुकड़ा अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय के रूप में प्रस्तुत करता है. साथ ही सिम कार्ड को ब्लॉक करना मुश्किल बनाता है और अपराधियों को कई फोन नंबरों का उपयोग करने में मदद करता है. सिम बॉक्स जैसे उपकरण का उपयोग करते हुए जबरन वसूली करने वाले, स्कैमर और अंतर्राष्ट्रीय माफिया सहित नापाक तत्व राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं. एक सिम बॉक्स देश के बाहर से किए गए वॉइस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) कॉल को स्थानीय जीएसएम (मोबाइल नेटवर्क) कॉल में परिवर्तित करता है.
छापेमारी के दौरान अहमदाबाद साइबर क्राइम पुलिस ने स्थान से एक धमकी भरा वीडियो संदेश जब्त किया. इसके साथ ही चार राउटर और 11 सिम बॉक्स भी जब्त किए गए. प्रत्येक बॉक्स में लगभग 300 सिम कार्ड स्लॉट करने का प्रावधान था. पिछले हफ्ते, टीओआई ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें विस्तार से बताया गया कि कैसे सिम बॉक्स राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है. पिछले दो वर्षों में गुजरात में तीन धोखाधड़ी वाले सिम बॉक्स-आधारित एक्सचेंजों का भंडाफोड़ किया गया. सिम बॉक्स फ्रॉड को इंटरकनेक्ट बायपास फ्रॉड कहा जाता है. सुरक्षा एजेंसियां एक सामान्य वीओआईपी कॉल को ट्रैक कर सकती हैं, लेकिन सिम बॉक्स का उपयोग करके की गई कॉल को ट्रेस करना मुश्किल होता है.