पंजाब में फिर से जड़ें जमाने की कोशिश में खालिस्तानी आतंकी

खालिस्तानी आतंकी फिर से पंजाब में जड़ें जमाने की कोशिश में जुटे हैं. पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी माड्यूल के भंड़ाफोड़ के बाद साजिश के कई राज उजागर हुए हैं.

By संवाद न्यूज | October 5, 2020 11:43 PM

चंडीगढ़ : खालिस्तानी आतंकी फिर से पंजाब में जड़ें जमाने की कोशिश में जुटे हैं. पंजाब पुलिस द्वारा खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के आतंकी माड्यूल के भंड़ाफोड़ के बाद साजिश के कई राज उजागर हुए हैं. गिरफ्तार लोगों से पूछताछ जारी है. पुलिस को उम्मीद है कि आतंकियों से पूछताछ में मिली जानकारी से आतंकियों को कई सफेदपोश लोगों के संरक्षण का खुलासा संभव है. पुलिस ने दो लंगों को गिरफ्तार किया है. दोनों होशियारपुर के गांव नूरपुर जट्टां के रहने वाले हैं. गिरफ्तार लोगों के पाकिस्तान कनेक्शन को भी खंगाला जा रहा है.

पुलिस ने आरोपियों से एक एमपी 5 सब-मशीनगन, उसकी दो मैगजीन और 30 कारतूस, 9 एमएम पिस्टल के साथ दो मैगजीन और 30 कारतूस बरामद की थी. इसके अलावा एक कार, 4 मोबाइल फोन, एक इंटरनेट डोंगल भी बरामद किया गया है. डीपंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता का कहना है कि रविवार को गिरफ्तार मक्खन उर्फ अमली ने पूछताछ में खुलासा किया कि वह कनाडा निवासी हरप्रीत सिंह के संपर्क में था, जिसने उसे पंजाब में एक आतंकी मॉड्यूल बनाने के लिए उकसाया था.

अमली पहले बीकेआई प्रमुख वधावा सिंह का करीबी सहयोगी रह चुका है और कनाडा स्थित केजेडएफ के ऑपरेटिव हरप्रीत सिंह के लगातार संपर्क में था. हरप्रीत पाकिस्तान जाता रहता है और वह पाक के केजेडएफ प्रमुख रणजीत सिंह उर्फ नीटा का करीबी सहयोगी है. आतंकी माड्यूल को सक्रिय करने में पाकिस्तान की भी भूमिका सामने आ रही है.

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गिरफ्तार हुए अमली ने पुलिस को बताया कि हथियार और गोला-बारूद की व्यवस्था रणजीत नीटा ने अपने अज्ञात सहयोगियों के माध्यम से की थी. आशंका है कि इस आतंकी मॉड्यूल में जर्मनी और अमेरिका से संबंधित कुछ आतंकी अलग-अलग मनी ट्रांसफर सेवाओं के माध्यम से विदेश से अमली को धन हस्तांतरित करने में शामिल थे. आतंकी माड्यूल के अन्य संपर्क सूत्रों की भी तलाश की जा रही है.

गिरफ्तार अमली को पाकिस्तान में किया गया था प्रशिक्षित

गिरफ्तार अमली को पहले पाकिस्तान में प्रशिक्षित किया गया था और वह इससे पहले 1980 और 1990 के दशक में यूएसए में भी रह चुका है. वह पाक स्थित बब्बर खालसा के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख वधावा सिंह का करीबी था. वह 14 साल से अधिक समय तक पाकिस्तान में उसके साथ रहे.

आतंकियों को दबोचने में माहिलपुर पुलिस को एक खुफिया सूचना से सफलता मिली. पुलिस को सूचना मिली थी कि पूर्व में देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहा मक्खन सिंह निवासी नूरपुर जट्टां फिर साजिश रच रहा है और वह अपने ही गांव के दविंदर सिंह की कार में गोला बारूद लेकर आ रहा है. इसके बाद माहिलपुर पुलिस ने बिस्त दोआब नहर सड़क पर नूरपुर जट्टां के पास नाकाबंदी कर चेकिंग अभियान चलाया. इसी अभियान में आरोपी पकड़ा गया.

पाकिस्तान कर रहा जासूसी

पंजाब से सीमावर्ती इलाकों व अन्य क्षेत्रों में पाकिस्तान जासूसी करा रहा है. इलाके में पाकिस्तान के ड्रोन दिखाई देने से इस आशंका की पुष्टि हुई है. सूत्रों ने बताया शनिवार देर रात करीब एक बजे डेरा बाबा नानक के अंतर्गत आबाद पोस्ट पर सीमा की सुरक्षा में डटे जवानों को ड्रोन दिखाई दिया. तुरंत हरकत में आते हुए जवानों ने ड्रोन पर छह से सात फायर किए. फायरिंग के कारण ड्रोन वापस पाकिस्तान चला गया. आसापास के क्षेत्रों में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है.

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