जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग ( Jammu-Srinagar National Highway ) पर निर्माणाधीन चार लेन सुरंग के ढहने से अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है. गुरुवार को अचानक हुए हादसे में सुरंग के अंदर काम कर रहे कई मजदूर फंस गये थे, जिन्हें बचाव अभियान के तहत निकाला जा रहा है. रामबन जिले के एसएसपी का कहना है कि खराब मौसम के कारण बचाव अभियान शुक्रवार को रोक दिया गया था. वहीं, शनिवार की सुबह मौसम ठीक होने पर दोबारा से बचाव अभियान चलाकर देर शाम तक 10 लोगों के शव को निकाला गया.
Ramban (J&K) rescue update | One more body has been recovered. A total of four bodies have been recovered so far and the process of recovering the body is going on. pic.twitter.com/6N9IT8JlXX
— ANI (@ANI) May 21, 2022
हादसे के बाद से वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा और प्रोजेक्ट के निदेशक घटना स्थल पर मौजूद हैं. मोहिता शर्मा ने बताया कि शनिवार को बचाव अभियान के दौरान 10 शव को मलबे से निकाला गया है. बोल्डर और शव को निकालने के लिए मशीनें लगाई गई हैं. हम इस बचाव अभियान के अंत के करीब हैं. वहीं, एसएसपी ने कहा कि बचाव अभियान अपने अंतिम पड़ाव पर है, सभी फंसे लोगों को निकाला जा रहा है.
Also Read: Jammu Kashmir: जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर बड़ा हादसा, टनल ढहने से कई लोग फंसे, राहत और बचाव जारी
अधिकारियों के मुताबिक रामबन के खूनी नाले के सुरंग का अगला हिस्सा ढह गया था. जिससे कई मजदूर सुरंग में ही फंस गये थे. अधिकारियों ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस और सेना के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए राहत और बचाव शुरू कर दिया है.
अधिकारियों ने कहा कि शुक्रवार को लैंडस्लाइड और तेज आंधी की वजह से बचाव कार्य में बाधा आयी थी. वहीं, बचाव कार्य के दौरान भूस्खलन होने से दो मशीनें भी दब गई हैं. इससे बचाव कार्य बाधित हुआ.
टनल हादसे में कई मजदूर फंसे थे. इनमें से 5 पश्चिम बंगाल, एक असम, 2 नेपाल और 2 जम्मू-कश्मीर राज्य के रहने वाले मजदूरों की जानकारी मिली है. इस घटना में जादव रॉय (23), गौतम रॉय (22), सुधीर रॉय (31), दीपक रॉय (33), परिमल रॉय (38), नवाज चौधरी (26), कुशी राम (25) निवासी, शिव चौहान (26), निवासी, मुजफ्फर (38), इसरत (30) विष्णु गोला (33) निवासी और अमीन (26) के नाम शामिल हैं.