राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने मंत्रीपद से अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को सौंप दिया है. मीणा की ओर से इसकी जानकारी दी गई है. खबर आ रही है कि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है जिसकी अटकलें पहले से लगाई जा रही थी. फिलहाल उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है. उन्हें मनाने की कोशिश की जा सकती है.
किरोड़ी लाल मीणा ने क्या लिखा सोशल मीडिया पर
किरोड़ी लाल मीणा ने इस्तीफे की खबर के बीच सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा-’रघुकुल रीति सदा चलि आई, प्राण जाई पर बचन न जाई.’ खबरों के अनुसार किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि यदि बीजेपी दौसा लोकसभा सीट से हार जाती है तो वह इस्तीफा दे देंगे.
किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार की अहम बैठकों से कर लिया था किनारा
खबरों की मानें तो किरोड़ी लाल मीणा ने प्रदेश की सरकार को अपना इस्तीफा 20 जून को ही सौंप दिया था. यही वजह थी कि सरकार की अहम बैठकों में वे नजर नहीं आ रहे थे. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता के दौरान मंत्रियों को सरकारी वाहन नहीं दिया गया था. आचार संहिता हटने के बाद सभी मंत्रियों ने सरकारी वाहन और अन्य सुविधाएं दोबारा ले ली थी, लेकिन मीणा ने न तो सरकारी वाहन का यूज किया और ना ही कोई सरकारी सुविधाएं ही ली.
इन सीटों पर कांग्रेस से हार गई बीजेपी
कृषि, ग्रामीण विकास, आपदा प्रबंधन एवं राहत मंत्री मीणा ने पहले ही कहा था- पीएम मोदी के दौसा आने से पहले मैंने कहा था कि यदि सीट (दौसा) नहीं जीती तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा. बाद में प्रधानमंत्री ने मुझसे अलग से बात की और मुझे सात सीट की सूची दी. मैंने 11 सीट पर कड़ी मेहनत की. उन्होंने यह भी कहा था कि यदि पार्टी सात में से एक भी सीट हारती है तो मैं मंत्री पद छोड़ दूंगा और यहां पानी पिलाऊंगा. मीणा ने दौसा, भरतपुर, करौली-धौलपुर के अलावा अलवर, टोंक-सवाईमाधोपुर और कोटा-बूंदी समेत पूर्वी राजस्थान की सीट पर प्रचार किया था. बीजेपी इनमें से भरतपुर, दौसा, टोंक-सवाईमाधोपुर और धौलपुर-करौली सीट कांग्रेस से हार गई.