नयी दिल्ली : केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का दिल्ली के बॉर्डर पर प्रदर्शन पिछले 50 से ज्यादा दिनों से जारी है. वहीं 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर टीकरी बार्डर पर इन दिनों किसान ट्रैक्टर परेड की तैयारी में जुटे हैं. ट्रैक्टरों को झंडे व पोस्टरों से सजाया जा रहा है. इन पर आंदोलन से जुड़े नारे लिखे जा रहे हैं. लेकिन गणतंत्र दिवस पर जब ये चलें तो देशभक्ति के गीत गूंजे, यह इंतजाम भी किये जा रहे हैं.
टीकरी बॉर्डर पर परेड की तैयारियों में जुटे किसान सुरजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने ट्रैक्टर के साथ तेल-पानी की भी व्यवस्था कर ली है. अतिरिक्त डीजल का भी इंतजाम है. एक अन्य किसान गुरमीत ने कहा कि उन्होंने ट्रैक्टर पर बजाने के लिए देशभक्ति गीतों की व्यवस्था की है.
इस बीच, परेड से जुड़ी तैयारियों का जायजा लेने किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी टिकरी बॉर्डर पहुंचे. उन्होंने आंदोलनरत किसानों से मुलाकात की और परेड के आवश्यक निर्देश भी दिये. दावा किया कि परेड जरूर निकलेगी. साथ ही चेतावनी भी दी कि अगर पुलिस ने इजाजत नहीं दी तो किसान बैरीकेड फांद भी सकते हैं.
गुरनाम सिंह ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर आउटर रिंग रोड पर ही परेड निकाली जायेगी. रिंग रोड पर परेड के साथ प्रदर्शन भी होगा. ऐसे में सरकार से विनती है कि अधिकार और ट्रैक्टर से परेड करने की अनुमति दी जाए. उन्होंने बताया कि इस बारे में दिल्ली पुलिस से बातचीत चल रही है, लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका है. पुलिस किसानों को दिल्ली में दाखिल नहीं होने देना चाह रही है, जबकि किसान आउटर रिंग रोड पर शांतिपूर्ण तरीके से रैली निकालना चाहते हैं.
परेड के लिए टिकरी बॉर्डर पर पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ से ट्रैक्टर आने लगे हैं. मीडिया सेल से जुड़े अंकुर ने बताया कि पिछले कई दिनों से किसानों का ट्रैक्टर के साथ पहुंचना चालू है. कुछ ट्रैक्टर 23 और 24 जनवरी को भी विभिन्न प्रांतों से बॉर्डर पर पहुंचेंगे. सभी 26 जनवरी को आउटर रिंग रोड का रुख करेंगे.
परेड के दौरान प्रत्येक 100 मीटर पर एक वॉलिंटियर को तैनात किया जायेगा. तकरीबन एक हजार वॉलंटियर विशेष रूप से परेड में असामाजिक तत्वों पर नजर रखेंगे. वे यह सुनिश्चित करेंगे की परेड शांतिपूर्ण से निकले. किसी भी प्रकार की अराजकता न फैले.
Posted By: Amlesh Nandan.