बुधवार को अपने आंदोलन को नई दिशा देने के लिए किसानों नेताओं ने बैठक की, और कई मुद्दों पर चर्चा की. इस बीच किसानों ने अपने जारी आंदोलन को गति देने के लिए नये एजेंडों पर भी बात की. जिसमें संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि राजस्थान में 12 फरवरी से टोल संग्रह (Toll Tax) नहीं करने दिया जायेगा. 12 फरवरी से राजस्थान में हरियाणा और पंजाब की तर्ज पर सभी नेशनल और स्टेट हाईवे के टोल फ्री कराए जाएंगे.
बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में यह भी साफ हो गया कि पीएम मोदी की अपील के बाद किसान एक बार फिर बातचीत के मूड में तो हैं, लेकिन वो सरकार की ओर से प्रस्ताव का इंतजार कर रहे हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को बात करनी चाहिए. हमारी समिति बात करने को तैयार है. टिकैत ने कहा कि हम देश के हर गांव में जायेंगे, बड़ी बैठकें करेंगे और आंदोलन से 40 लाख ट्रैक्टरों को जोड़ेंगे.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलनकारी किसान केंद्र सरकार मे सत्ता परिवर्तन नहीं, बल्कि अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं. गौरतलब है कि आंदोलन कर रहे किसान अब चक्का जाम के बाद रेल रोको अभियान छेड़ रहे हैं. मोर्चा ने एलान किया कि पूरे देशभर में 18 फरवरी को 12 बजे दिन से चार बजे शाम तक रेल रोको अभियान चलाया जायेगा. किसानों ने पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में 14 फरवरी को मोमबत्ती मार्च भी निकालने का फैसला किया है.
Also Read: India Pakistan Border: अब भारतीय सीमा में नहीं होगी आतंकियों की घुसपैठ, भारत ने की है ये खास तैयारी
इधर, लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसान आंदोलन पवित्र है, लेकिन किसानों के इस पवित्र आंदोलन को बर्बाद करने का काम आंदोलनकारियों ने नहीं, ‘आंदोलनजीवियों’ ने किया है. हमें दोनों में फर्क करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कानून लागू होने के बाद न देश में कोई मंडी बंद हुई, न एमएसपी बंद हुआ. यह सच्चाई है. इतना ही नहीं नये कानून के बाद एमएसपी पर खरीद भी बढ़ी है.
Also Read: क्या होगा किसान आंदोलन का भविष्य..? चक्का जाम के बाद अब रेल रोको अभियान
Posted by: Pritish Sahay