Kisan Andolan: सरकार के साथ किसान संगठनों की बैठक शुरू, क्या इस बार बनेगी बात ?

Kisan Andolan: केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आज आठवें दौर की बैठक होगी. इससे पहले 7 दौर की बातचीत में कोई भी ननीता नहीं निकल पाया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या आज की बातचीत में बनेगी बात.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 8, 2021 2:34 PM

Kisan Andolan: केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच आज आठवें दौर की बैठक होगी. इससे पहले 7 दौर की बातचीत में कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या आज की बातचीत में बनेगी बात. केन्द्र सरकार के मंत्रियों के साथ बैठक करने के लिए किसान नेता सिंघु बॉर्डर से विज्ञान भवन रवाना हो चुके है. थोडी देर में बातचीत शुरू होगी. गौरतलब है कि कड़ाके की ठंड और बारिश को झेलते हुए किसान बीते 43 दिनों से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. किसान संगठन नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं.

किसानों से वार्ता से पहले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि, ‘मुझे उम्मीद है कि वार्ता सकारात्मक माहौल में आयोजित होगी और इसका समाधान मिलेगा. उन्होंने ये भी कहा कि प्रत्येक पक्ष को एक समाधान तक पहुंचने के लिए कदम उठाने होंगे’ इससे पहले कृषि मंत्री गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास में मुलाकात किये थे. बता दें, किसान संगठनों में बैठक के लिए कृषि मंत्री के साथ केन्द्रीय मंत्री पियूष गोयल भीमौजूद हैं.

इससे पहले सरकार और नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैलियां निकाली, और नये कानून को रद्द करने की मांग दुहराई. जबकि केंद्र सरकार ने इस बात पर जोर दिया कि वह इन कानूनों वापस लेने के अलावा हर प्रस्ताव पर विचार के लिए तैयार है. ऐसे में सबकी नजर आज होने वाली बैठक पर टिकी है. इधर, गुरुवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने साफ कर दिया था कि कहा कि वे फिलहाल यह नहीं बता सकते कि आठ जनवरी को किसान संगठनों के नेताओं के साथ होने वाली बैठक का क्या नतीजा निकलेगा.

वहीं, किसानों की ट्रैक्टर रैली पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि कि आज हमारे किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर ट्रेनिंग ली है, ताकि 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर रैली की परेड निकाली जा सके. 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर और टैंक एकसाथ चलेंगे. ट्रैक्टर 2 लाइन में चलेंगे और टैंक एक लाइन में चलेगा.

बेनतीजा रही है सात दौर की बातचीत : गौरतलब है कि केंद्र और किसान संगठनों के बीज अब तक सात दौर की बातचीत हो चुकी है. लेकिन, अभी तक बातचीत को कोई सार्थक हल नहीं निकल पाया है. एक तरफ सरकार अड़ी हुई है कि किसान बिल वापस लेने के अलावा किसी भी प्रस्ताव पर बात कर सकते हैं. इससे पहले सरकार ने 30 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत के दौरान किसानों की बिजली सब्सिडी और पराली जलाने संबंधी दो मांगों को मान लिया था. इससे लगा था कि किसानों आंदोलन का कोई सार्थक नतीजा निकल जाएगा.

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Posted by : Pritish Sahay

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