केंद्र के नये कृषि कानूनों (Kisan Andolan) के खिलाफ पिछले एक महीने से भी अधिक समय से दिल्ली (delhi rain) की सीमाओं पर किसान प्रदर्शन कर रहे हैं और यहां वे डटे हुए हैं. लेकिन रविवार को इनकी मुश्किलें रातभर हुई बारिश ने बढ़ा दीं. लगातार बारिश होने से आंदोलन स्थलों पर जलजमाव नजर आ रहा है.
संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने रविवार को कहा कि किसान जिन तंबूओं में रह रहे हैं वह वॉटरप्रूफ हैं लेकिन ये ठंड और जलभराव से उनका बचाव करने में सक्षम नहीं हैं. आगे उन्होंने कहा कि बारिश की वजह से प्रदर्शन स्थलों पर हालात बहुत खराब हैं, यहां जलभराव हो गया है. बारिश के बाद ठंड बहुत बढ़ चुकी है लेकिन सरकार को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आ रही है.
सिंघू बॉर्डर पर डटे किसान गुरविंदर सिंह ने कहा कि कुछ स्थानों में पानी भर गया है और समुचित जन सुविधाएं यहां मौजूद नहीं हैं. इन समस्याओं के बावजूद भी किसान यहां से तब तक नहीं हिलने वाले जब तक कि मांगे पूरी नहीं हो जातीं हैं. एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि बारिश से लंगर, टेंट में पानी चला गया और कपड़े भीग गए. लेकिन फिर भी किसानों के हौसले बुलंद हैं.
ट्रैक्टर परेड : इस बीच, सरकार के साथ चार जनवरी को होनेवाली अगले दौर की बातचीत से पहले किसानों ने अपने रुख को और सख्त कर लिया है. शनिवार को किसान संगठनों ने चेताया कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गयीं, तो 26 जनवरी को जब देश गणतंत्र दिवस मना रहा होगा, तब दिल्ली की ओर ट्रैक्टर परेड निकाली जायेगी.
आज सुबह हुई बारिश से बुराड़ी के निरंकारी समागम ग्राउंड में जलभराव हुआ, यहां कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "बारिश से लंगर, टेंट में पानी चला गया और कपड़े भीग गए। लेकिन फिर भी किसानों के हौसले बुलंद हैं।" #FarmersProtest pic.twitter.com/YtscxXtTP1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2021
न्यूनतम तापमान में वृद्धि : मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश हुई तथा बादल छाए रहने और पूर्वी हवाओं के चलते न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है. विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस तथा 25 मिमी बारिश दर्ज की गई. पालम वेधशाला में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री तथा 18 मिमी बरसात दर्ज की गई. छह जनवरी तक बारिश के साथ ओले गिरने का अनुमान है.