किसान आंदोलन को लेकर यूपी सरकार ने आदेश दे दिया है कि दिल्ली- यूपी बोर्डर खाली होना चाहिए. गाजीपुर बोर्डर पर पुलिस जमी है ऐसे में किसान आंदोलन को लेकर राजनीति भी तेज है.
एक साइड चुनने का समय है।
मेरा फ़ैसला साफ़ है। मैं लोकतंत्र के साथ हूँ, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूँ।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 28, 2021
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर कई किसान नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज होने और गाजीपुर बॉर्डर पर गतिरोध की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा कि अब एक पक्ष चुनने का समय है और वह किसानों एवं उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ खड़े हैं . उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ एक साइड चुनने का समय है. मेरा फ़ैसला साफ़ है. मैं लोकतंत्र के साथ हूं, मैं किसानों और उनके शांतिपूर्ण आंदोलन के साथ हूं.”
राहुल गांधी लगातार किसानों के पक्ष में खड़े नजर आये हैं. केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर बृहस्पतिपार को केंद्र सरकार पर फिर निशाना साधा था उन्होंने दावा कि देश के ज्यादातर किसानों को इन कानूनों के ब्यौरे के बारे में विस्तृत जानकारी ही नहीं है और अगर उन्हें यह विस्तृत जानकारी होती तो यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा होता. उन्होंने यह भी कहा कि तीनों केंद्रीय कृषि कानून किसानों पर आक्रमण हैं.
दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर परेड हुई हिंसा के एक दिन बाद कांग्रेस नेता ने बुधवार को नरेंद्र मोदी सरकार से आग्रह किया था कि वह तीनों कृषि कानूनों को निरस्त कर दिया. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के कलपेट्टा इलाके में आयोजित यूडीएफ के सम्मलेन में बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘ज्यादातर किसानों को इन कानूनों के ब्यौरे के बारे में विस्तृत जानकारी ही नहीं है और अगर उन्हें यह विस्तृत जानकारी होती तो यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा होता.”
राहुल गांधी ने यह आरोप भी लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष शासित राज्यों में सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय जैसी केंद्रीय एजेंसियों का ‘आक्रामक ढंग से’ इस्तेमाल कर रही है. साथ ही, उन्होंने कहा, ‘‘केरल सरकार पर ऐसा कोई दबाव नहीं है. सीबीआई और ईडी यहां के मामलों में आराम से बैठी हैं.”
उन्होंने माकपा नीत एलडीएफ पर निशाना साधते हुए सवाल किया, ‘‘भाजपा यहां कांग्रेस पर ज्यादा हमले करती है या माकपा पर करती है? क्या प्रधानमंत्री केरल के मुख्यमंत्री पर हमला करते हैं या फिर वह कांग्रेस नेतृत्व पर हमला करते हैं?” राहुल गांधी ने एक बार फिर आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कृषि क्षेत्र को देश के तीन-चार उद्योगपतियों के हाथों में सौंपना चाहती है .
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर शहर में किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में नामजद किसान नेताओं के विरुद्ध बृहस्पतिवार को ‘लुक आउट’ नोटिस जारी किया.
इसके साथ ही अपनी जांच तेज करते हुए पुलिस ने लाल किले पर हुई हिंसा के संबंध में राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया है. पुलिस ने किसान नेताओं को तीन दिनों का समय देते हुए यह बताने को कहा है कि क्यों नहीं उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए क्योंकि उन्होंने परेड के लिए तय शर्तों का पालन नहीं किया