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Kisan Andolan News: नरेश टिकैट ने अजीब फरमान, कहा-शादी और जश्न में ‍‍BJP नेताओं को मत बुलाना, वरना…

Kisan Andolan News: नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा नेताओं को शादियों और दूसरे कार्यक्रमों में इनवाइट नहीं करें. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे अगले दिन भारतीय किसान यूनियन के 100 कार्यकर्ताओं को खाना खिलाना पड़ेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 21, 2021 2:06 PM

Kisan Andolan News: केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों का अपने प्रदर्शन को और तेज कर दिया है. आंदोलन में और बढ़ाने के लिए किसान संगठन लगातार महापंचायते कर रहे हैं और कोशिश है कि इसे और हवा देने के लिए कुछ और समुदायों को भी जोड़ा जाए. वहीं भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने उत्तर प्रदेश के सिसौली में हुई महापंचायत में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने इस महापंचायच में कहा कि भाजपा नेताओं को शादियों और दूसरे कार्यक्रमों में इनवाइट नहीं करें.

नरेश टिकैत ने कहा कि भाजपा नेताओं को शादियों और दूसरे कार्यक्रमों में इनवाइट नहीं करें. अगर कोई ऐसा करता है तो उसे अगले दिन भारतीय किसान यूनियन के 100 कार्यकर्ताओं को खाना खिलाना पड़ेगा. वहीं मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि मीडिया से बातचीत में कहा कि अगर भाजपा नेताओं को कार्यक्रम में बुलाया और उनसे दुर्व्यवहार होता है तो वे भारतीय किसान यूनियन को दोष देंगे. वहीं बता दें कि राजस्थान में 22 से 26 फरवरी तक लगातार किसान महापंचायतें होंने जा रही हैं.

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टूलकिट केस : दिशा की जमानत याचिका पर फैसला अब 23 को

किसानों के प्रदर्शन से जुड़े टूलकिट मामले में गिरफ्तार जलवायु कार्यकर्ता दिशा रवि की जमानत याचिका पर शनिवार को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में एडीजे धर्मेंद्र राणा ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया. जमानत याचिका पर फैसला अब 23 फरवरी को सुनाया जायेगा. सुनवाई के दौरान दिल्ली पुलिस ने दिशा की जमानत याचिका का विरोध किया. कहा कि टूलकिट का मकसद भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना था.

दिशा ने व्हाट्सएप पर हुई बातचीत डिलीट कर सबूत मिटाने की कोशिश की, क्योंकि उसे कानूनी कार्रवाई के बारे में जानकारी थी. इससे जाहिर है कि टूलकिट के पीछे नापाक मंसूबा था. पुलिस ने इस मामले में कई अहम जानकारी सील बंद लिफाफे में पेश करने की अनुमति मांगी, जिसे अदालत ने स्वीकार कर लिया. वहीं, दिशा के वकील सिद्धार्थ अग्रवाल ने कहा कि उनका खालिस्तान से कोई संबंध नहीं है. उसे सिर्फ इसलिए गिरफ्तार किया गया कि वह किसान आंदोलन के समर्थन में थी.

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